उत्तर प्रदेश बिजनौर
जिले के सरकारी विद्यालयों में अध्ययन करने वाले छात्र-छात्राएं भी निजी स्तर के स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की तरह से ही शिक्षा ग्रहण करेंगे। अफसरों की मानें तो जिले के सभी स्कूलों में प्रोजेक्टर लगवाए जाएंगे। फिलहाल शुरुआत में 250 स्कूलों में यह कार्य कराया गया है।
जिले के सरकारी स्कूलों शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए एक अच्छी खबर है। अब वे भी हाईटेक होकर पढ़ाई करेंगे। शासन ने सरकारी स्कूलों में छात्र-छात्राओं को विभिन्न प्रकार की सुविधाएं देने के लिए विद्यालयों का सुंदरीकरण तथा नई तकनीक के माध्यम से पढ़ाई कराने का मन बनाया है। सरकार की मंशा है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत 14 साल तक के सभी बच्चों को मुफ्त में नई तकनीक के आधार पर शिक्षा ग्रहण कराई जाए। जनपद में कुल 2123 सरकारी स्कूल हैं, जिनमें 1358 प्राथमिक और शेष 765 पूर्व माध्यमिक विद्यालय शामिल हैं।
आमतौर पर होता ये है कि अधिकांश लोग अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कराने में संकोच करते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। इसके लिए जिले के 250 विद्यालयों में प्रोजेक्टर लगवाए हैं, जिससे छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर सकेंगे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जयकरन यादव ने बताया कि प्रथम चरण में जनपद के 250 विद्यालयों में ही प्रोजेक्टर लगवाए गए हैं। कम से कम एक हजार सरकारी स्कूलों को हाईटैक करने की योजना है। पहले चरण का प्रशिक्षण पूरा किया जा चुका है। इस योजना में सबसे पहले उन स्कूलों का चयन किया गया है, जिनमें लाइट की व्यवस्था अच्छी है। शुरुआती दौर ठीक से गुजरने के बाद इस योजना को आगे बढ़ाया जाएगा। धीरे-धीरे सभी स्कूलों को स्मार्ट किया जा रहा है। कुछ समय पहले ही 35 स्कूलों में प्रोजेक्टर लगवाए गए हैं। ऐसे स्कूलों की संख्या और बढ़ेगी।