देहरादून (Big News Today)

उत्तराखंड राज्य आंदोलन में शहीद हुए रविन्द्र रावत ‘पोलू’ की माता श्रीमती मंगला रावत जी का आज सुबह देहरादून में देहांत हो गया है। उनका श्रीमहंत इंद्रेश अस्पताल में कुछ दिनों से इलाज चल रहा था। उनका ऋषिकेश के घाट में अंतिम संस्कार किया गया है। स्वर्गीय श्रीमती मंगला रावत (70वर्षीय) अपने नेहरू कॉलोनी आवास में अकेली रहती थीं। 02 अक्टूबर 1994 को मुजफ्फरनगर कांड में गोली लगने से रविन्द्र रावत ‘पोलू’ शहीद हो गए थे। वे 2 बहनों के इकलौते भाई थे। शहीद ‘पोलू’ की माता के निधन पर राज्य आंदोलनकारियों में भी शोक की लहर है। राज्य आंदोलनकारी मंच ने गहरी शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं, और ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की।

श्रीमती मंगला रावत के निधन पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने परिवार संग पहुंचकर मंगला रावत को श्रद्धासुमन अर्पित किए और परिजनों को ढांढस बंधाया, उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए भी प्रार्थना की। माता जी के पार्थिव शरीर को करीब 12 बजे उनके आवास से ऋषिकेश घाट के लिए ले जाया गया जहां पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके परिवार में अब 2 बेटियां हैं, वर्ष 2016 में शहीद रविन्द्र रावत पोलू के पिताजी का भी निधन हो गया था।

शहीद पोलू के आवास पहुंचकर धर्मपुर विधायक विनोद चमोली , पार्षद अमित भंडारी ‘दीपू’, पार्षद विनोद नेगी, आंदोलनकारी प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती, मंच के अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी, आप नेता डॉ.आरपी रतूड़ी ने शोक व्यक्त किया।

इनके अलावा केशव उनियाल, सुमन भंडारी, कमल गुसाईं, आंदोलनकारी कुलदीप नेगी, रामलाल खंडूड़ी, मनीराम गोदियाल सहित स्थानीय निवासी त्रिलोक सिंह तोमर, मौ. फ़हीम ‘तन्हा’, अविनाश डंग, राजीव टोडी ‘सन्नी’, शिव कुमार तोमर, त्रिलोक सिंह सजवाण, अनूप रावत, प्रदीप रावत, राजेन्द्र मल्होत्रा, पूर्व पार्षद नीरू भट्ट , धर्मानंद (धरमू) बमराड़ा, शुभम बमराडा सहित बड़ी तादाद में कॉलोनी वासियों और अन्य गणमान्य लोगों ने भी स्वर्गीय माताजी मंगला रावत को श्रद्धांजलि दी और अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।

राज्य आंदोलनकारी शहीद रविन्द्र रावत ‘पोलू’ का स्मरण करते हुए उनकी स्वर्गीय माता मंगला रावत जी को ‘Big News Today.in ‘ परिवार भी अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त करता है।