आमने-सामने: “अगर चेयरमैन बने तो ईमानदारी से करेंगे कांठ की जनता की समस्याओं का समाधान”: मुकेश माहेश्वरी

Uttarakhand


कांठ/मुरादाबाद ( रिपोर्ट: कलीम अंसारी)

जाने-माने समाजसेवी मुकेश माहेश्वरी का कहना है कि अगर कांठ की जनता ने उन्हें चेयरमैन बनने का मौका दिया तो वे जनता की समस्याओं का समाधान और कांठ के विकास का काम
पूरी ईमानदारी और तत्परता से करेंगे। हरदिल अज़ीज़ पूर्व विधायक स्व. साहू रामकिशन माहेश्वरी के मृदुभाषी और शालीन पुत्र मुकेश माहेश्वरी ने ये बातें हमारे बिग न्यूज़ टुडे से आमने-सामने की बातचीत में कीं।

साहू मुकेश माहेश्वरी ने अपने चिर-परिचित सरल और हँसमुख अंदाज़ में कहा कि अगर पार्टी ने मौका दिया और कांठ की सम्मानित जनता ने उनका पूरे भरोसे से साथ दिया तो वे चेयरमैन बनकर जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे, किसी को भी शिकायत का मौका नहीं मिलेगा। उन्होंने ये भी कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी ने उनपर भरोसा करके टिकट सिंबल दिया तो वे पार्टी के आदेश का पालन करेंगे वरना जिसको भी पार्टी सिंबल देगी उसी को पूरी ताकत से चुनाव लड़ाएंगे।

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में बात करते हुए साहू मुकेश माहेश्वरी ने कहा कि उन्होंने प्रदेश की 24करोड़ जनता की सेवा की शपथ ली है। आजभी सीएम योगी जी उस परम कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि हमारे कांठ नगर की जनता दिल से प्रेमभाव और अपनत्व वाली है और दिमाग से काफी समझदार है यानी नगर की जनता सोचसमझकर फैसला करती है। ये हमारे दिल की धड़कन है जोकि सदैव बनी रहेगी।

साहू मुकेश माहेश्वरी ने कहा कि मैं चाहूंगा कि आने वाले नगर पंचायत के चुनाव में नगर की जनता धर्म-जाति और दलगत राजनीति से ऊपर उठकर अपना चेयरमैन चुने, किसी प्रलोभन में ना आये और साफ सुथरी छवि का चेयरमैन चुनें, जोकि सबके काम आने वाला और सबके दुखदर्द समझने वाला हो।

पार्टी आलाकमान और जनता पर भरोसा जताते हुए मुकेश माहेश्वरी बोले कि अगर उन्हें पार्टी के भरोसे और जनता के प्रेम से परमात्मा के आशीर्वाद से चेयरमैन बनने का अवसर मिला तो सबकी सुनेंगे और जनता की आवाज़ शासन-प्रशासन तक पहुंचाएंगे। आंखों में एक सपना संजोकर बोले कि प्रदेश में 500 नगर पंचायतें हैं उनमें कांठ को नम्बर 1 की नगर पंचायत बनाकर ही चैन से बैठेंगे। उन्होंने अपने स्वर्गीय पिता के साथ की कुछ यादें और तस्वीरें भी साझा करते हुए उनके समाजसेवा के पदचिन्हों पर चलने का संकल्प दोहराया।