नैनीताल
नैनीताल विधायक संजीव आर्य ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को लिखें अपने पत्र में पुलिस आरक्षियों के वेतन मान संबंधी विसंगतियों को लेकर पीड़ा व्यक्त की है। पत्र में उन्होंने लिखा है कि वर्तमान महामारी के दौर में अपनी जान जोखिम में डालकर पुलिसकर्मी फ्रंटलाइन कर्मियों के रूप में जनता के प्रति अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं, किंतु विडंबना यह है सन 2001 -2002 में भर्ती पुलिस कर्मी जो 20 वर्ष तक, विभाग में अपनी सेवाएं प्रदान कर चुके हैं, उन्हें अभी भी रुपया 2800 ग्रेडपे वेतन दिया जा रहा है। जबकि नियमानुसार 20 वर्ष पूर्ण हो जाने पर, ₹4600 ग्रेड पे देने के प्रावधान हैं। पत्र में उन्होंने यह भी लिखा है कि संकट के इस दौर में अपना जीवन दाव पर लगाकर, अन्य का जीवन सुरक्षित रखने वाले पुलिस कर्मियों को उनका हक अवश्य मिले, इससे उनका मनोबल भी बना रहेगा
अतः सादर अनुरोध है कि उक्त हेतु ₹4600 ग्रेड पे देने हेतु, संबंधित को निर्देशित करने की कृपा करें। भवदीय-संजीव आर्य।
गौरतलब है कि विधायक संजीव आर्य ने पिछले महीने सीएम को पत्र लिखकर पंचायत स्तर पर स्थानीय प्रतिनिधियों को कोरोना फ्रंट लाईन वर्कर मानने और कोविड से लड़ाई में व्यवस्था के लिए पंचायतों को फंड जारी करने की मांग की थी। सरकार ने दोनों ही मांगों को कुछ दिन में मानकर अलग अलग आदेश जारी कर दिए थे। अब फिर से एक दूसरी समस्या को लेकर सीएम की जानकारी के लिए संजीव आर्य ने पत्र लिखकर मांग की है। इस प्रकार के मुद्दे उठाकर विधायक संजीव आर्य लगातार लोकप्रिय हो रहे हैं। जानकारों का मानना है कि अपने पिता से विरासत में मिली राजनीतिक समझ और सीख को संजीव आर्य में जनहित के मुद्दों को समझने और उनकी समस्याओं को दूर करने के तरीकों में बेहतर इस्तेमाल करने की काबिलियत झलकती है।