LSD: उत्तराखण्ड में गौवंश और महिष वंश के बाहरी राज्य से पशु लाने-लेजाने पर महीने भर का प्रतिबन्ध बढ़ाया गया

Uttarakhand


देहरादून (big news today)

उत्तराखंड राज्य में आवागमन के लिए एक महीने का प्रतिबंध बढ़ा दिया गया है। आप सोच में मत पड़िए किसी व्यक्ति का नहीं बल्कि गौ वंश, और महिशवंश यानी भैंस कटरा आदि ना तो बाहरी राज्य से आ सकेगा और ना ही उत्तराखंड से बाहर ही ले जाया जा सकेगा। इतना ही नहीं अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर भी और एक जिले से दूसरे जिले में भी किसी मेले, प्रदर्शनी या अन्य प्रयोजन से भी किसी गौवंश या भैंस-कटरा नहीं ले जाया जा सकेगा। ये प्रतिबन्ध अक्टूबर महीने के लिए लगाया गया था, जिसे अब फिर से राज्यपाल की मंजूरी से राज्य सरकार ने एक महीने के लिए बढ़ा दिया है। यानी 3 दिसम्बर तक ये प्रतिबन्ध विस्तारित किया गया है, इसके आदेश पशुपालन विभाग के सचिव बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने जारी किए हैं।

दरअसल, डोमेस्टिक पशुओं का ये आवागमन लंपि वायरस बीमारी के दृष्टिगत लगाया गया था, राज्य में इस समय लंपि पीड़ित से गौवंश की ठीक होने या रिकवर होने का प्रतिशत बढ़ाने में पशुपालन एवं पशुस्वास्थ विभाग को काफी सफलता मिली हैं । लंपि वायरस से पशुओं की सुरक्षा और इलाज को लेकर पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने प्रो-एक्टिव अप्रोच लगाकर काम करने के शुरुआती दिनों में ही निर्देश दिए थे, जिससे काफी सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं। लेकिन इसके बावजूद किसी भी प्रकार के आवागमन को अभी नवम्बर महीने तक के लिए बढ़ाया गया है।