राज्य आंदोलनकारी महिलाओं को स्पीकर ने किया सम्मानित

Uttarakhand










विधानसभा सभागार में स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल आंदोलनकारी शहीदों को श्रद्धांजलि देते एवं महिलाओं को सम्मानित करते हुए.

आंदोलनकारियों की शहादत के बाद मिला है उत्तराखंड- प्रेमचंद अग्रवाल
सभी आंदोलनकारी माता-बहनों की महत्वपूर्ण भूमिका है-अग्रवाल
राज्य आँदोलनकारियों के प्रति सभी को सम्मान का भाव रखना है
उत्तराखंड के विकास के लिए स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल ने दिलाया संकल्प

देहरादून
21 वें राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर उत्तराखंड विधानसभा परिसर, देहरादून में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने उत्तराखंड आंदोलन के शहीदों के चित्रों पर माल्यार्पण कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने उत्तराखंड आंदोलन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली महिला आंदोलनकारियों को सम्मानित भी किया।

कार्यक्रम के दौरान उत्तराखंड आंदोलन के शहीदों को उपस्थित महिला आंदोलनकारीयों एवं अन्य लोगों द्वारा अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।साथ ही इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने सभी को उत्तराखंड राज्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए संकल्प भी दिलवाया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने महिला आंदोलनकारियों को गैरसैण विधान सभा भवन का प्रतीक फोटो एवं गंगाजली भेंट कर सम्मानित किया। विशिष्ट अतिथि के तौर में मौजूद विधायक हरबंस कपूर, उमेश शर्मा काऊ, विधायक जीआईजी मैन एवं चंद्रा पंत द्वारा सभी महिला आंदोलनकारियों को पुष्पगुच्छ एवं शाल ओढ़ाकर कर सम्मानित किया गया।

सम्मानित होने वाली राज्य महिला आंदोलनकारियों में श्यामा देवी, विमला ज़खमोला, मनोरमा बमराड़ा, मोहिनी नौटियाल, माया पवार, प्रभा बहुगुणा विजयलक्ष्मी गुसाई, सुंदरी देवी, कमला कंडारी, गुरदीप कौर, भूमा रावत, लक्ष्मी भंडारी, उषा भट्ट, भानुमति रावत, गोदाम्बरी देवी, रामी देवी, सोनी देवी, रामेश्वरी देवी एवं शकुंतला देवी मुख्य रूप से मौजूद थी।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि 20 साल के सफर में उत्तराखंड ने सफलता के कई मुकाम हासिल किए। कई चुनौतियों का सामना किया। कुछ में सफलता हाथ लगी और कुछ में जूझने, संघर्ष करने, नई राह तलाश करने का दौर जारी है।उत्तराखंड राज्य आंदोलन के निर्माण में महिलाओं का अहम योगदान रहा है। महिला आंदोलनकारियों के ही बलबूते आज उत्तराखंड राज्य का सपना साकार हुआ है।श्री अग्रवाल ने कहा कि यह आंदोलन ही था, जिसमें राज्य ने अपनी मातृ शक्ति की ताकत का अहसास किया और युवाओं के उत्साह को स्वीकार किया।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तराखंड की पहचान देश-दुनिया में देवभूमि के रूप में है। हमें इस पहचान को बनाए रखना है। हमें उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति पर नाज है।नए प्रगतिशील भारत में उत्तराखंड बढ़-चढ़कर अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभा रहा है।कोरोना संक्रमण के इस काल में भी उत्तराखंडवासियों द्वारा एकजुट होकर इस लड़ाई को लड़ने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की गई है।

विधायक हरबंस कपूर ने कहा कि उत्तराखंड हमेशा शहीदों का ऋणी रहेगा।राज्य आन्दोलन के शहीदों के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम उनकी आकांक्षाओं के अनुरूप राज्य बनाए।

विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कहा कि प्रत्येक नागरिक को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार व सम्मानित जीवन जीने का अधिकार होता है। इन्हीं अधिकारों के सपनों को लेकर अलग उत्तराखंड राज्य के लिए संघर्ष किया गया था। अगर हम सभी ईमानदारी से कोशिश करें तो अवश्य ही एक ऐसा उत्तराखंड बनाने में सफल होंगे जहां सभी क्षेत्रों की बुनियादी जरूरतें पूरी होंगी, सभी को आगे बढ़ने के तमाम अवसर और साधन उपलब्ध होंगे। विधानसभा के प्रभारी सचिव मुकेश सिंघल सहित कई अधिकारी भी कार्यक्रम में शामिल हुए.