BIG NEWS TODAY : देहरादून 9 अक्तूबर। भाजपा ने दावा किया है कि भ्रम एवं झूठ की राजनीति का जवाब कांग्रेस को हरियाणा के बाद केदारनाथ एव निकाय चुनाव में भी मिलना तय है।
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने हरदा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सनातन एवं देश को बांटने वाली कांग्रेस को अब देवभूमिवासी भी केदारधाम के अपमान का दंड अवश्य देंगे । हरियाणा में मिली हार से स्थानीय कांग्रेस का विश्वास पूरी तरह हिल चुका है और उनके नेताओं की बची खुची गलतफहमी केदार घाटी की जनता अब कमल खिला दूर करने वाली है।
उन्होंने पूर्व सीएम हरीश रावत के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि संविधान हाथ में लेकर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस को अब हरियाणा की जनता का जनादेश स्वीकार नही है। जो स्थानीय कांग्रेस नेता आज वहां समाज को बांटने का झूठा आरोप लगा रहे हैं, उनकी जुबान हिली तक नही जब उनकी प्रभारी सुश्री शैलजा का कांग्रेस नेताओं ने सार्वजनिक अपमान किया। जो कल जातीय जनगणना और जातिवादी राजनीति को अपनी जीत का मूल मंत्र बताते नही थक रहे थे, हैरानी है कि आज वही हम पर समाज को बांटने का झूठा आरोप लगा रहे हैं ।
जबकि सच्चाई यह कि हरियाणा की जनता ने कांग्रेस की जातिवादी राजनीति और झूठे वादों को सिरे से नकार दिया है । जनता ने एक बार फिर मोदी के विकास मंत्र और देश के संवैधानिक तंत्र पर विश्वास जताया है । वहीं किसान, जवान, पहलवान के नाम पर फैलाए जा रहे उनके झूठ एवं प्रपंच के नाटक का परदा गिरा दिया है। यही वजह है कि दिल्ली में बैठे अपने आलाकमान की शह पर वे चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं और जनता के विवेक पर ही सवाल उठाने की पुरानी रणनीति अपना रहे हैं।
साथ ही उन्होंने श्री केदारनाथ की अहवेलना करने के आरोपों पर पलटवार किया कि हरदा को देश दुनिया में 2013 की आपदा में गमगीन केदारघाटी में रंगारंग कार्यक्रम कराते हुए देखा। वहीं तत्कालीन मंदिर समिति अध्यक्ष गोदियाल की उस झूठी श्रद्धा को, जिसमे उन्होंने मंदिर गर्भगृह में करोड़ों हिंदुओं की आस्था को अपने जूतों से रौंदा उसे भी देखा। हिटो केदार के नाम पर लाखों रुपए हरीश रावत ने अपने चहेते नेताओं में बांटे, उसे भी कोई नही भूला है। जिस कांग्रेस की सरकारों ने देवभूमि के पावन धामों की कभी सुध नहीं ली वह आज विकास और विरासत के मूलमंत्र पर देवभूमि को आगे बढ़ाने वाली हमारी नीतियों पर उंगलियां उठा रहे हैं।
उन्होंने कहा, केदारघाटी समेत उत्तराखंड के अनेकों स्थानों में आई आपदा में जान माल की हानि न्यूनतम होने के पीछे जो सबसे बड़ी वजह विशेषज्ञों ने बताई, तो वह मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के नेतृत्व में सरकार का शानदार आपदा प्रबंधन है। हमारी सरकार की व्यवस्था पर भरोसा करके ही तीर्थयात्रियों ने सभी रिकॉर्ड को तोड़ दिए, जिसका लाभ स्थानीय व्यवसायियों को मिला है । वहीं जिस तरह के ऐतिहासिक एवं नवीन परियोजना कार्य केदारपुरी में हो रहे हैं उससे धाम की भव्यता एवं दिव्यता के साथ समूची घाटी की तस्वीर का बदलना निश्चित है । यही वजह है कि जनता के विश्वास को कमजोर करने के लिए कांग्रेस वहां लोगों में झूठ एवं भ्रम फैलाने की रणनीति पर काम कर रही है । कांग्रेस नही चाहती केदार घाटी का विकास हो, जिसका प्रमाण तो स्वयं उनके प्रदेश अध्यक्ष माहरा श्री केदार नाथ में विकास कार्यों पर रोक लगाने के लिए कोर्ट जाने की बात कहकर दे चुके हैं।
दरअसल हरियाणा के चुनावों में मिली हार से उत्तराखंड कांग्रेस की चूले भी पूरी तरह हिल चुकी हैं । यही वजह है कि उन्हें केदारनाथ उपचुनाव समेत निकाय पंचायत के चुनावों में भी अपनी हार निश्चित दिखाई दे रही है। फिलहाल कांग्रेस के षड्यंत्र देवभूमि में किसी भी तरह से सफल नही होने वाले हैं और सभी चुनावों में भाजपा की रिकॉर्ड जीत होना तय है।