Uttarakhand Assembly Session: वेतन-भत्तों और 4 महीने के अन्य खर्चों के लिए सरकार ने सदन में पेश किया 5540 करोड़ का अनुपूरक बजट

Dehradun Uttarakhand


देहरादून ( Big News Today) :एम. फ़हीम ‘तन्हा’ विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पहले ही दिन सरकार ने 5540.43 करोड का अनुपूरक बजट सदन में पेश किया है। अनुपूरक बजट की अटैची मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल गलियारे से होते हुए सदन के अंदर लेकर गए। अनुपूरक बजट चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 के खर्चों के पूरक बजट के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा ।

वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का कहना है कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट अनुमानों में 2460.96 करोड का राजस्व अधिशेष तथा रुपए 8503.70 करोड़ का राजकोषीय घाटा था। वित्तीय वर्ष 2022-23 के प्रथम अनुपूरक अनुदानों का आकार लगभग रुपए 5440.43 करोड़ है, जिसमें लगभग रुपए 2276.43 करोड़ के व्यय का अनुमान राजस्व पक्ष में तथा लगभग रुपए 3164.00 करोड़ के अनुमान पूंजीगत पक्ष में है। अतिरिक्त व्यय की पूर्ति निम्नवत होना संभावित मानी गई है ।

वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का कहना है कि अनुपूरक के अंतर्गत रुपए 726.94 करोड़ का प्रावधान केंद्र सहायक वित्त योजना तथा लगभग रुपए 106.20 करोड़ का प्रावधान वाह्य सहायतित योजनाओं के अंतर्गत तथा रुपए 2हज़ार करोड़ का प्रावधान अर्थोउपाय अग्रिम के प्रतिदान (वेज एंड नींद एडवांस WMA) है। इस प्रकार लगभग रुपए 2833.14 करोड़ का प्रावधान संसाधन सम्बद्ध योजनाओं के अंतर्गत किया गया है ।

वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का कहना है कि इसके अतिरिक्त लगभग रुपए 13.31 करोड़ का प्रावधान आकस्मिकता निधि की प्रतिपूर्ति के अंतर्गत किया गया है। वेतन-भत्तों आदि की मद में आय- व्ययक दो 2022-23 में लगभग रुपए 17150 करोड़ का अनुमान था, जिसके सापेक्ष कोषागार ( आई एस एम एस ) से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार माह अक्टूबर, 2022 तक के सापेक्ष लगभग रुपए 10380 करोड़ व्यय होने का अनुमान है, जो कि बजट अनुमान का लगभग 60% है। वर्तमान वित्तीय स्थिति वर्ष की शेष अवधि में 4 माह का वेतन दिया जाना है। वेतन व्यय की प्रवृत्ति को दृष्टिगत रखते हुए वित्तीय वर्ष 2022-23 में वेतन आदि की मद में बचत होनी संभावित है। उक्त के दृष्टिगत अनुपूरक मांग के कारण बढ़े हुए व्यय को स्वयं के संसाधनों में वृद्धि तथा संभावित बचतों की व्यवस्था कर पूरा किया जाएगा।