देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। कोशिशों के बावजूद संक्रमण कम होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। इस चुनौती से निपटने के लिए सरकार प्रदेश में सम्पूर्ण लाकडाउन को विकल्प के रूप में देख रही है।
खबर है कि कोरोना रोकथाम और सम्पूर्ण लाकडाउन को लेकर मुख्यमंत्री आज मंत्रियों के साथ आज अनौपचारिक रूप से विचार विमर्श करेंगे। सहमति बनी तो 6 तारीख के बाद उत्तराखंड में सम्पूर्ण लाकडाउन लगाया जा सकता है।
चर्चा है कि कई मंत्री राज्य में लाकडाउन के पक्ष में हैं। मंत्रियों की राय इसलिए भी अहम है, क्योंकि उन्हें कोरोना संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस बीच कैबिनेट मंत्री डा. हरक सिंह रावत ने कहा कि स्थिति खतरनाक होती जा रही है। उन्होंने कहा स्थिति पर काबू पाने के लिए लाकडाउन ही एकमात्र विकल्प है।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर जिस तेजी से फैल रही है, उसने हर किसी की चिंता बढ़ा दी है। शहरी क्षेत्रों में तो स्थिति यह है कि अस्पतालों में मरीजों को बेड तक उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। इसके साथ ही गांवों में भी कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले पेशानी पर बल डालने लगे हैं। ऐसे में पर्वतीय क्षेत्र के गांवों में दिक्कतें बढ़ सकती हैं, क्योंकि वहां संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर चिकित्सा सुविधाओं की कमी है।
राज्य में स्थिति विस्फोटक होती जा रही है। ऐसे में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ना जरूरी है, जिसके लिए लाकडाउन ही विकल्प बताया जा रहा है। समय आंकड़ों के फेर में पड़ने का नहीं है। यदि अभी नहीं संभले तो बहुत देर हो जाएगी। अब सरकार को सख्त निर्णय लेना ही होगा। यह देखबे वाली बास्त होगी कि सरकार कोरोना नियंत्रण को आगे क्या कदम उठाती है।