देहरादून, बिग न्यूज़ टूडे। उत्तराखण्ड की पांचवीं विधानसभा के लिए हुए चुनाव में सपा का इस बार भी खाता नहीं खुल पाया। क्षेत्रीय दल उक्रांद भी इस चुनाव में मात्र अपनी उपस्थिति ही दर्ज करा पाया।
मतगणना के बाद सारी स्थिति स्पष्ट हो गयी है। प्रदेश की जनता ने उक्रांद की रितियों नितियों को एक बार फिर नकार दिया है। चुनाव जीतना तो दूर की बात उक्रांद के प्रत्याशी अपनी जमानत तक नही बचा पाए। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस और भाजपा जैसी राष्ट्रीय पाट्रियों को उत्तराखण्ड में सरकार बनाने के लिए समर्थन देना क्षेत्रीय दल के लिए राजनीतिक घाटे का सौदा रहा। इससे प्रदेश की जनता का रूझान उक्रांद की ओर नही रह सका। समाजवादी पार्टी भी राज्य की पांचवी विधानसभा के लिए हुए चुनाव में भी अपना खाता नही खोल पाई। सपा के सभी प्रत्याशियों की इस बार भी जमानत जप्त हो गयी।