हल्द्वानी (B.N.T.)
इतना आसान नहीं है डॉ. इंदिरा हृदयेश होना, रविवार की सुबह से दिल्ली से लेकर हल्द्वानी तक इंदिरा हृदयेश के अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है। दिल्ली से जब पार्थिव शरीर रविवार की रात में हल्द्वानी उनके घर पहुंचा तो लोगों की जबरदस्त भीड़ उनके अमर होने के नारे लगा रही थी। लोग बिलख रहे थे, रो रहे थे। और अंतिम दर्शन करते हुए रोने और बिलखने का सिलसिला सुबह तक जारी है। डॉ. इंदिरा हृदयेश के पुत्र सुमित हृदयेश ग़मज़दा लोगों को ढांढस बंधा रहे थे।
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उत्तराखंड की नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश का पार्थिव शरीर जब हल्द्वानी पहुंचा तो क्या हुआ! देखिए वीडियो।