पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की अधिकारियों को दो टूक: “अधिकारी अनावश्यक कमरे न घेरें, जिनकी आवश्यकता वही रुकें”

Chamoli Dehradun Uttarakhand


जोशीमठ/देहरादून (Big News Today)

प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने जोशीमठ पहुंचकर मकानों और होटलों में आयी दरारों व भू-धसाव का स्थलीय निरिक्षण कर जहां एक ओर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते हुए प्रभावितों को हर संभव मदद दिये जाने की बात कही वहीं उन्होने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से दूरभाष पर वार्ता कर उन्हें वस्तु स्थिति से अवगत कराया।

फोटो: मंत्री सतपाल महाराज, जोशीमठ में

कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने जोशीमठ स्थित सिंहधार, नरसिंह मंदिर, गांधीनगर, जेपी कॉलोनी (मारवाड़ी) आदि स्थानों में भू-धसाव की जद में आए मकानों और भवनों के निरीक्षण करने के साथ साथ नगर पालिका और गुरुद्वारे में चल रहे राहत शिविरों की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। उन्होंने आपदा से प्रभावित एक परिवार के कई-कई लोगों के एक ही कमरे में रहने को लेकर कहा कि जिन अधिकारियों की वहां पर जरूरत है, केवल वही जोशीमठ में रुकें ताकि भू-धसाव से प्रभावित ऐसे परिवारों को कमरे मिल सकें।

टच करें और देखिये वीडियो

मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि सरकार द्वारा 50-50 हजार रुपये की तत्काल सहायता दी गई है। क्षति का आंकलन करने के बाद सरकार पूरी मदद करेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में इस आपदा से निपटने का सरकार हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि जिस प्रकार से जोशीमठ को लेकर मीडिया में खबरें आ रही है उसे सुनकर पर्यटकों ने अधिकांश बुकिंग कैंसिल कर दी है। उन्होंने प्रोटोकॉल से आह्वान करते हुए कहा कि जोशीमठ को छोड़कर उत्तराखंड में सभी स्थान सुरक्षित हैं। सरकार औली में होने वाले विंटर गेम्स् को संपन्न कराने का भी प्रयास करेगी।

फोटो2: मंत्री सतपाल महाराज जोशीमठ में

महाराज ने कहा कि आपदा का सरकार पूरा विश्लेषण कर रही है। एक और जहां राज्य सरकार पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रही है वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने भी पूरा विश्वास दिलाया है कि वह प्रभावित लोगों की हर संभव सहायता करेंगे।

इस दौरान कैबिनेट मंत्री महाराज के साथ पूर्व मंत्री मोहन सिंह रावत गांववासी, ऋषि प्रसाद सती, कुलदीप वर्मा, गजेन्द्र रावत, दर्शन सिंह दानू, मनोज भण्डारी, वीरेन्द्र असवाल, महावीर रावत और पंकज डिमरी आदि मौजूद थे।