देहरादून, बिग न्यूज़ टूडे: राज्य शैक्षिक प्रबंधन एवं प्रशिक्षण संस्थान, उत्तराखण्ड के निर्देशन में राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रशासन संस्थान, नई दिल्ली से पी.जी.डी.ई.पी.ए के 17 प्रशिक्षुओं ( विभिन्न राज्यों के शिक्षा अधिकारी, सेना की शिक्षा इकाई के अधिकारी) के प्रतिनिधि मंडल ने डॉ. मोना सेदवाल, सहायक प्रोफ़ेसर, राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रशासन संस्थान, दीना उप्रेती,डी.ई.ओ. के नेतृत्व में केंद्रीय विद्यालय भारत तिब्बत सीमा पुलिस देहरादून का शैक्षिक भ्रमण किया | शैक्षिक भ्रमण पर आए परिमंडल का प्राथमिक कक्षाओं की छात्राओं व तत्पश्चात छात्र-छात्राओं द्वारा तिलक किया गया व स्वागत गीत व मनमोहक कत्थक नृत्य द्वारा सम्पूर्ण दल का स्वागत किया| तदोपरांत डॉ. मोना सेदवाल, प्राचार्य श्री संजय कुमार व अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित किया गया |


संजय कुमार, प्राचार्य के.वि.भा.ति.सी.पु.देहरादून द्वारा प्रतिनिधि मंडल को केन्द्रीय विद्यालय संगठन के उद्देश्यों व राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में प्रतिपादित विभिन्न कार्यक्रमों जैसे कौशल विकास, समेकित शिक्षा, आधारभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता, NIPUN भारत इत्यादि को कार्यान्वित करने में विद्यालय के प्रयासों से अवगत कराया | दल की नेत्री डॉ. मोना सेदवाल ने भ्रमण के उद्देश्यों को उजागर करते हुए बताया कि प्रशिक्षुओं को उत्तराखण्ड के विभिन्न विद्यालयों द्वारा शिक्षा क्षेत्र में किए जा रहे नवाचारों व नव-गतिविधियों से अवगत कराने हेतु इस भ्रमण का आयोजन किया गया है |

इसके पश्चात भ्रमण दल को विद्यालय के एम.एम.आर.सी क्षेत्र में माध्यमिक विभाग के शिक्षक एवं छात्रों द्वारा विद्यालय में चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों जैसे आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस, वैदिक गणित, कौशल विकास, कला-उत्सव, आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत “ज़रा याद इन्हें भी कर लो” , एक भारत श्रेष्ठ भारत के कार्यक्रमों जैसे भाषा संगम, कर्णाटक राज्य के लोकनृत्य, कला व संस्कृति का आदान-प्रदान, समेकित शिक्षा को प्रोत्साहित करने हेतु विद्यालय के प्रयासों, छात्र-छात्राओं के लिए मार्गदर्शन एवं परामर्श के लिए विद्यालय द्वारा तैयार की गई व्यवस्था की जानकारी दी गई | इसके साथ ही विद्यालय द्वारा BaLA (Building as Learning Aid) के अंतर्गत विद्यालय भवन की दीवारों पर तैयार किए विभिन्न गेलारियों जैसे गणित गेलरी व प्रयोगशाला गतिविधियों को प्रदर्शित किया गया | दल को कला गेलरी व कला के विद्यार्थियों द्वार तैयार किए गए विभिन्न मोडलो, अवशिष्ट कपड़ों से बनी गुड़िया, पशु व चित्रकारी आदि का भ्रमण कराया गया |

इसके बाद भ्रमण दल ने प्राथमिक शिक्षा की प्रोन्नति के लिए विद्यालय द्वारा किए जा रहे प्रयासों से अवगत होने हेतु निपुण ब्लॉक की ओर प्रस्थान किया | निपुण ब्लॉक के पथ पर विद्यालय के ‘पोषण चौक’ की अवधारणा व विद्यार्थियों के स्वास्थ्य में इसकी भूमिका के विषय में संजय कुमार द्वारा प्रकाश डाला गया | ‘निपुण ब्लॉक’ में दल ने कक्षा प्रथम-अ में किए जा रहे पठन-पाठन की गतिविधि का अवलोकन किया जिसमें किरण गोयल द्वारा बताया गया कि कक्षा-पुस्तकालय, खिलौना कार्नर इत्यादि का प्रयोग छात्र-छात्राओं में पढ़ने की रुचि विकसित करने व अपने भाव उजागर करने में सहायक है | दल के सदस्यों ने विद्यार्थियों से वार्तालाप भी किया | तदोपरांत दल ने विद्यालय के रिकॉर्डिंग स्टूडियो ‘सुर मंदिर’ के अवलोकन हेतु प्रस्थान किया | जहाँ पर संगीत शिक्षक डॉ.राजकिशन व नीलम काला उनियाल द्वारा संगीत शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विद्यालय के प्रयासों के बारे में बताया | यहाँ पर विद्यालय की छात्रा अरुणिमा द्वारा राग भैरवी पर आधारित एक गीत का गायन किया गया जिसे सम्पूर्ण दल ने ह्रदय से सराहा | अंत में डॉ.मोना सेदवाल, सहायक प्रोफ़ेसर व दल की नेत्री ने सम्पूर्ण भ्रमण दल की ओर से संजय कुमार, प्राचार्य के.वि.आई.टी.बी.पी.देहरादून , विद्यालय के शिक्षकों व विद्यार्थियों द्ववारा उनके भ्रमण को अत्यंत जानकारीपूर्ण व सुखद अनुभव बनाने तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विभिन्न पहलों व कार्यक्रमों को धरातल पर कार्यान्वित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की | इसके उपरांत सम्पूर्ण दल ने अपने भ्रमण कार्यक्रम के अगले पड़ाव के लिए विद्यालय से विदा ली |
