देहरादून
राजनीति के कई रूप आपने देखे होंगे, इनमें से एक रूप ये भी है दशकों तक किसी नेता के साथ हमसाया बनकर रहने वाला कौन व्यक्ति कब अपने नेता की कुंडली चौराहे पर खोलकर बैठ जाये कुछ कह नहीं सकते। ऐसा ही धमाका हुआ है पूर्व मुख्यमंत्री हरीश के राजनीतिक जीवन में। कभी साढ़े तीन दशक तक हरीश रावत का हम साया बनकर रहने वाले रणजीत रावत आज हरीश रावत का छिटठा खोल रहे हैं। अल्मोड़ा की सल्ट सीट से पूर्व विधायक रहे रणजीत रावत पूर्ववर्ती हरीश रावत सरकार में सीएम कार्यालय के चतुर्थ तल की ऐसी कड़ी थे जिनको पार किये बिना चतुर्थ तल पर पहुंचने के बावजूद सीएम कार्यालय दूर ही रहता था। वर्ष 2017 के चुनाव आते आते हरीश रावत और रणजीत रावत में खटास पैदा हो गई। जो अब इस हदतक है कि सल्ट विधानसभा का उपचुनाव चल रहा है और रणजीत रावत अपने पुराने नेता हरीश रावत को खुलेआम कर रहे हैं। एक वीडियो इंटरव्यू में रणजीत रावत ने कहा है कि हरीश रावत वो 35वर्ष पुराने हरीश रावत नहीं हैं जब वो उनसे जुड़े थे। आजकल हरीश रावत डरा हुआ हरीश रावत है। और 2016 में सरकार में बगावत के बाद राष्ट्रपति शासन के दौरान हरीश रावत ने तंत्रमंत्र का सहारा लिया, कभी सुवर कटवाए, कभी बंदर कटवाए, कभी श्मशान में जाकर शराब से स्नान किया। रणजीत रावत इस वायरल वीडियो इंटरव्यू में कहते हैं कि वे आस्तिक हैं और ऐसे तंतमन्त्र में विश्वास नहीं करते हैं। इसलिए हरीश रावत को तो नहीं बदल सकते थे लेकिन खुद को ही अलग कर लिया।
वायरल वीडियो के नीचे लिंक में खुद सुनिए क्या कुछ बोला है रणजीत रावत ने।
https://www.facebook.com/watch/?v=1590554414477060
दरअसल हरीश रावत और रणजीत रावत की अदावत 2017 के विधनसभा चुनाव से चल रही है। और अब ये चौराहे पर भी दिखाई देने लगी है। वर्तमान में सल्ट विधानसभा सभा के उपचुनाव में रणजीत रावत अपने बेटे विक्रम रावत को टिकट दिलाना चाहते थे, लेकिन माना जा रहा है कि हरीश रावत ने टिकट नहीं होने दिया। बहरहाल ये राजनीति है।इसमें कुछ पता नहीं चलता कि कब कौन कहां किस रास्ते पर निकल जाए।