हरिद्वार
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने हरिद्वार में संबोधन करते हुए बोला है कि हर कोई अपेक्षा करता है मेरे घर पर गंगाजल पहुंचे। हमें यह अवसर मिला है कि 12 साल बाद कुंभ का आयोजन हो रहा है मेले बार-बार होते हैं लेकिन कुंभ 12 साल बाद आता है, शपथ लेने के साथ ही 2 घंटे के अंदर मैंने अधिकारियों की बैठक बुलाई मैं चाहता था कि कुंभ भव्य हो तो और लोगों के मन से आशंकाएं खत्म हो। कुंभ में किसी के आने में कोई रोक-टोक नहीं होनी चाहिए, लेकिन कोरोना की गाइडलाइन का पालन सबको करना होगा।
मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने कहा की मैं शपथ लेने के अगले दिन शाही स्नान था संतो के बीच में आया मैंने सभी संतों का स्वागत किया, इसके लिए मैने भी हेलीकाप्टर से फूल वर्षा की इससे संदेश यह गया की 33-34लाख लोग गंगा स्नान के लिए आए अगर पहले की स्थिति होती तो बीस लाख लोग भी नही आते ,इससे अखाड़े तो खुश है ही लेकिन व्यापारी भी अब खुश है।
हम जनता के प्रतिनिधि हैं जनता की भलाई के लिए हमें काम करना है जनता के दुख दर्द को हमें जानना है उनके चेहरों को हमें पहचान ना जो वे चाहते हैं वह हमें करना है। जो करोना में सेवा करने निकले थे उनके खिलाफ बहुत सारे मुकदमे दर्ज हो गए, मैंने उन सारे मुकदमों को वापस लेने का फैसला किया, ग्रामीण क्षेत्रों में विकास प्राधिकरण से बहुत परेशान थे, नक्शा पास कराने के नाम पर ना जाने क्या-क्या चलता था, पहले लोग जितने में मकान बनाने की सोचते थे, पूतना अधिकारियों को ही देना पड़ता था इसके लिए हमने ग्रामीण क्षेत्रों के लिए प्राधिकरण ओं को समाप्त करने का काम किया। आज प्रधानमंत्री मोदी नया भारत बनाने का काम कर रहे हैं हम नया उत्तराखंड उसका चौमुखी विकास सुनिश्चित हो इसके लिए काम करेंगे