कांठ/छजलैट। (रिपोर्ट: अनिल शर्मा)

कर्तव्यों के प्रति उदासीनता, स्वेच्छाचारिता अनुशासनहीनता प्रदर्शित करने के आरोप में थाना प्रभारी निरीक्षक सुरेश पाल सिंह को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुरादाबाद ने निलंबित कर दिया है। प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले कांठ थाने की दुर्दशा क्षेत्र में चिंता का विषय है।
तत्कालीन राष्ट्रपति पदक प्राप्त थाना प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार गौतम के अथक प्रयास से भारत सरकार ने गुप्त जांच उपरांत थाना कांठ को प्रदेश में प्रथम एवं भारतवर्ष में आठवें स्थान से सम्मानित किया था। मनोज कुमार सक्सेना निवासी मोहल्ला चौक बाजार ने अपनी बेटी को दूसरे धर्म के युवक द्वारा अपहरण के संबंध में थाना कांठ में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इस संबंध में पंजीकृत कराए गए गये अभियोग से संबंधित घटना को लेकर उत्पन्न संवेदनशीलता के प्रति प्रभारी निरीक्षक कांठ सुरेश पाल सिंह द्वारा कोई रुचि न लेने एवं इस घटना के संबंध में निरीक्षण आदि की कार्यवाही हेतु दिनांक 26 अप्रैल की रात्रि में सहायक पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रभारी निरीक्षक कांठ को मौके पर बुलाने पर 01 घण्टा विलम्ब से असामान्य स्थिति में उपस्थिति होने तथा प्रथम दृष्टया किसी मादक प्रदार्थ का सेवन किये प्रतीत होने, अधीनस्थ कर्मियों के साथ प्रतिकूल आचरण की शिकायते प्राप्त होने तथा राजकीय कार्य हेतु क्षेत्राधिकारी कांठ द्वारा फोन किये जाने पर अधिकांशतय फोन पर व्यस्त रहने तथा कॉल बेक न करने, जिसके कारण कार्य सरकार में बाधा एवं उच्चाधिकारी के आदेश के अनुपालन में समस्या उत्पन्न होने विषयक प्रभारी निरीक्षक, कांठ द्वारा प्रदर्शित की गयी घोर लापरवाही, कर्तव्य के प्रति स्वेच्छाचारिता एवं अनुशासनहीनता विषयक आरोपो के संबंध में क्षेत्राधिकारी कांठ एवं स0पु0अ0(प्रशि0) की आख्या के आधार पर आज दिनांक 27 अप्रैल को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुरादाबाद हेमंत कुटियाल द्वारा विभागीय जांच के आदेश जारी करते हुए जांच पूर्ण होने तक तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया गया। एसपी देहात विद्यासागर मिश्र का कहना है कि भारत के संविधान एवं कानून का पालन सभी को करना चाहिए। यह निर्णय वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुरादाबाद द्वारा लिया गया है।