सपा की वर्चुअल रैली में “कोरोना गाइडलाइन” की उड़ी धज्जियां, वर्चुअल रैली में बढ़ी संख्या में उमड़ी भीड़

Uttar Pradesh


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी में बगावत करने वाले पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के नेतृत्व में हाल ही में इस्तीफा देने वाले तमाम विधायकों एवं पूर्व विधायकों ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। सपा ने अपने कार्यालय में हुए इस कार्यक्रम को वर्चुअल रैली का नाम दिया था, लेकिन वहां भारी भीड़ मौजूद थी. अखिलेश यादव इसकी वजह से मुश्किल में फंस सकते क्योंकि लखनऊ के डीएम ने इस पर जांच के आदेश दे दिए हैं. लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश का कहना है कि समाजवादी पार्टी का कार्यक्रम बिना अनुमति के हुआ.


सपा कार्यालय में पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में मौर्य के अलावा पूर्व मंत्री धर्म सिंह सैनी और विधायक भगवती सागर सहित भाजपा एवं अपना दल के कुछ विधायकों ने सपा की सदस्यता ग्रहण की। वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में अखिलेश ने पूर्व मंत्री माैर्य और सैनी के अलावा भाजपा छोड़ने वाले पांच विधायकों भगवती प्रसाद सागर, विनय शाक्य, रोशन लाल वर्मा, डॉ मुकेश वर्मा और ब्रजेश कुमार प्रजापति एवं अपना दल के विधायक चौधरी अमर सिंह को भी पार्टी की सदस्यता ग्रहण करायी।


इस दौरान सपा में शामिल होने वाले पूर्व विधायकों में अली यूसुफ अली, राम भारती, नीरज मौर्या, हरपाल सैनी, राजेन्द्र प्रसाद सिंह पटेल और पूर्व राज्य मंत्री विद्रोही धनपत राम मौर्य के अलावा बलराम सैनी (पूर्व एमएलसी) सहित अन्य नेताओं सपा में शामिल हो गये।