Silk production in uttarakhand

बढ़ रहा रेशम उत्पादनः पांच दिन में 2 करोड़ रुपये की बिक्री

Bijnor Dehradun Delhi Lucknow Moradabad Uttar Pradesh Uttarakhand


देहरादून। Big news today  सरकार का लक्ष्य है 1 लाख किसानों को रेशम की खेती में जोड़ना है। सहकारिता मंत्री डॉ रावत रविवार शाम को एक होटल देहरादून में चल रहे पांच दिवसीय सिल्क प्रदर्शनी के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में रेशम किसानों को संबोधित कर रहे थे। सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा है कि रेशम एक महत्वपूर्ण वाणिज्यिक फसल है जो अपार संभावनाएं प्रदान करती है। इसलिए, उत्तराखंड सरकार रेशम के किसानों को प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम बड़ी मात्रा में किसानों को प्रशिक्षण देगा और उन्हें रेशम फसल के सम्बन्ध में नवीनतम तकनीकों के बारे में जागरूक करेगा।
उन्होंने कहा कि सहकारिता विभाग ने 10 लाख किसानों को 0% ब्याज पर 6 हज़ार करोड़ रुपये का ऋण दिया है। किसानों की आय दोगुनी हो गई है, रेशम के किसानों के लिए सरकार समर्पित है। राज्य में 1 लाख किसानों को रेशम से जोड़ा जाएगा। इससे 25,000 परिवारों की आय दोगुनी हो जाएगी।उन्होंने कहा कि, अगले साल और अच्छा रेशम एक्सपो देहरादून में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि, रेशम फेडरेशन ने पिछले वर्ष की तुलना में अधिक लाभ दिया है। उन्होंने कहा पहले रेशम के बहुत फार्म हुए थे, वे कम होते चले गए, लेकिन वर्तमान सरकार रेशम पर महत्वपूर्ण काम कर रही है।
मंत्री डॉ. धनसिंह रावत ने रेशम किसानों को सम्मानित किया
विभागीय मंत्री डॉ. धनसिंह रावत ने रेशम किसान बीना रतूड़ी, सुमन धमाना, राज लक्ष्मी गौरी, मंजू रानी , अंकित कश्यप,  दीपा,  मीरा, सलोनी भट्ट, बिमला देवी, पूजा और दिलशाद उत्तराखण्ड को-ऑपरेटिव रेशम फेडरेशन के प्रशस्ति देकर सम्मानित किया। इंटरनेशनल भण्डार महाराष्ट्र, कविता साड़ी पश्चिम बंगाल, जयति हस्तकला प्रा० लि० बनारस, हेमन्त हेंण्डलूम चाम्पा छत्तीसगढ़, खाडी शिल्क दिल्ही, गोल्डन शिल्क उत्पादन बनारस, चन्दरी सिल्क बनारस, सुमाया टेकस्टाइल बनारस, रियल सिल्क बनारस, शहीदा साड़ी बनारस, केंद्रीय रेशम बोर्ड दिल्ली को भी प्रशस्ति पत्र देकर सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने सम्मानित किया
सिल्क एक्सपो में पांच दिन में हुई 2 करोड़ की सेल
फेडरेशन के एमडी आनंद शुक्ल ने कहा कि, इस सिल्क प्रदर्शनी में 3500 लोग आए हैं। 5 दिनों में 2 करोड़ की सेल हुई है। 2025 तक 5 करोड़ का लक्ष्य है। आने वाले वर्षों में बढ़ाएंगे। देहरादून में एक निकट भविष्य में सिल्क का बड़ा एक्सपो कार्यक्रम करेंगे। उन्होंने कहा कि, देहरादून में सिल्क का उत्पादन और खरीदारी है।  केन्द्रीय रेशम बोर्ड के अधिकारी दशरथी बेहरा ने विभागीय उपलब्धि गिनाईं।
150 हथकरघा राज्य में बांटी गई हैं: चौधरी अजीत सिंह
रेशम फेडरेशन के अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह ने कहा कि, 5000 रेशम कपड़ा बनाता था, अब 3 करोड़ का बना रहा है। 100% कोए का किसानों को नकद राशि देते हैं। राज्य में क्रय सेंटर भी बढ़ाएंगे। 1000 साड़ियां सेलाकुई में बनाने जा रही हैं। उन्होंने कहा मंत्री धनसिंह रावत ने 2.5 करोड़ रुपये की जमीन के लिए दिए थे। 150 हथकरघा राज्य में बांटी गई हैं। इसमें 90 को प्रशिक्षित कर दिया गया है, 150 लाख मीटर सिल्क कपड़ देंगे।