“देश की सांस्कृतिक व धार्मिक पहचान को मोदी जी ने आगे बढ़ाया”: दुष्यंत गौतम

Dehradun Delhi Uttarakhand


देहरादून 17 अप्रैल BIG NEWS TODAY : प्रबुद्ध जन सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने पीएम मोदी के विकसित भारत निर्माण अभियान में वैचारिक सहयोग का आह्वाहन किया । साथ ही कहा, मोदी जी जीत भारत के विकसित होने की गारंटी है, जिस पर हमे जनता से आशीर्वाद प्राप्त करना है ।

पार्टी मुख्यालय में आयोजित इस सम्मेलन में उन्होंने कहा, मोदी जी के चमत्कारिक नेतृत्व में देश विकसित होने की दिशा में तेजी से अग्रसर हो रहा है । आज भारत की साख इतनी बढ़ गई है कि दुनिया में कोई भी बड़ा निर्णय हमारा पक्ष जाने बिना नहीं होता है । मोदी जी ने दुनिया में देश की सांस्कृतिक एवं धार्मिक पहचान को शीर्ष पर पहुंचाया है । इन 10 वर्षों में हम देश की दुनिया की पांचवी अर्थव्यवस्था बने हैं और शीघ्र ही तीसरी आर्थिक ताकत बनने वाले हैं । एक वह दौर था जब दुनिया में भारतीय नागरिक की कोई पहचान नहीं थी और आज मोदी जी के शक्तिशाली नेतृत्व का परिणाम है कि देश में ही नहीं दुनिया में भी भारतवासी पूरी तरह सुरक्षित हैं। इस दौरान उन्होंने सभी बुद्धिजीवी वर्ग से मोदी जी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के लिए जन-जन में उनके कामों एवं विचारों को पहुंचाने का आह्वान किया। साथी उन्होंने कहा मोदी जी की जीत भारत के विकसित होने की गारंटी है।

इस मौके पर चुनाव प्रभारी ने सुजाता डबराल नौडियाल की किताब “आंखां यो धन् छन “का विमोचन किया यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मूल गुजराती में लिखी और हिन्दी में डा. अंजना संघीर जी द्वारा अनुदित कविताओं के संग्रह “आँख आ धन्य छे “ का गढ़वाली भाषा में अनुवाद है । सभी लोगों ने लेखिका को अपनी शुभकामनाएं दी और लेखिका ने बताया कि जब वह गुजरात और मुंबई मेंअपने पति अरविंद नौडियाल जो ओएनजीसी में एक वरिष्ठ अधिकारी पद पर हैं के साथ रही उस दौरान उनका परिचय उन लोगों से हुआ जो मोदी जी की कविताओं का हिंदी व अन्य भाषाओं में अनुवाद कर रहे थे ,बता दें कि अब तक कुमाऊँनीं,नेपाली मराठी,पंजाबी सहित भारत की लगभग २५ भाषाओं में इस पुस्तक का अनुवाद हो चुका है तब लेखिका के मन में आया कि क्यों ना वह अपनी बोली भाषा में इसका अनुवाद करें , डॉ अंजना संघीर द्वारा दिये गये दिशा निर्देशों के साथ इस पुस्तक के अनुवाद की यात्रा आरंभ हुई लेखिका का मानना है कि वह कोई गढ़वाली भाषा की पंडित नहीं है लेकिन जो आसानी से आम जन को समझ में आ जाये उसी सीधी-सादी गढ़वाली में उन्होंने ये अनुवाद किया है जिसनमें डॉ अंजना संघीर जी द्वारा हमेशा उनका मनोबल बढ़ाया गया आपको बताते चलें की सुजाता डबराल नौडियाल पौड़ी जिले के तिमली गांव की रहने वाली है उनके दादा पंडित ललिता प्रसाद डबराल अपने समय के संस्कृत के प्रकांड विद्वान थे उनके कई संग्रह आज भी है जिन पर शोध हो रहे है।

कार्यक्रम में बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान प्रदेश कोषाध्यक्ष पुनीत मित्तल टिहरी लोकसभा चुनाव प्रभारी व दायित्वधारी विनय रुहेला विशेष रूप में मौजूद रहे। इस दौरान बड़ी संख्या में शहर के भी बुद्धिजीवी उपस्थित रहे।