टैक्स विभाग के GST सर्वे की अफवाहों से नजीबाबाद का बाजार लॉकडाउन की तरह हुआ बन्द, रजिस्टर्ड हो या गैर-रजिस्टर्ड दुकानदार जिसे देखो दुकान बंद करके खड़ा हुआ बाहर

Uttarakhand


GST News: नजीबाबाद/बिजनौर ( Report: Ahsan ‘Guddu’)

आज दोपहर को अचानकर नजीबाबाद के बाजारों में धड़ाधड़ दुकाने बन्द होने लगीं। खबर तेज़ी से फैली कि सेल्स टैक्स यानि GST विभाग की टीमें बाजार में दुकानों पर छापेमारी कर रहीं हैं। ये सूचना एक दूसरे दुकानदार या कारोबारी को फोन पर इधर-उधर पहुंचने लगी तो दुकानें धड़ाधड़ बन्द होने लगीं। हद तो ये हुई कि बिना कुछ सोचे समझे वो कारोबारी और दुकानदार भी बन्द करके इधर-उधर हो लिए जिन्होंने GST रजिस्ट्रेशन ले रखा है और माल का पक्का बिल मंगाते भी हैं और पक्का जीएसटी बिल ग्राहक को देते भी हैं। जाहिर है कि जिन्होंने GST रजिस्ट्रेशन नहीं ले रखा है उन्हीने तो धड़कते हुए दिलों से अपनी दुकानें बंद करने में ज़रा भी देर नहीं लगाई।

फोटो BNT : बाजार में बंद दुकानें

एक GST होल्डर कारोबारी ने हमारे रिपोर्टर से कहा कि जब विभाग के अधिकारी जांच के लिए आते हैं तो सबकुछ ठीक होने के बाद भी ये डर बना रहता है कि कहीं कुछ गड़बड़ी जानबूझकर ही ना निकाल दें। जबकि जिन्होंने GST रजिस्ट्रेशन नहीं करा रखा है उनका कहना था कि हमारा कारोबार ही इतना बड़ा नहीं है कि रजिस्ट्रेशन कराया जाए लेकिन अधिकारियों को कैसे समझाएंगे और क्या पेपर दिखाएंगे इसलिए दुकान ही आज बन्द कर दी। बहरहाल शाम तक बाजारों में कुछ दुकानें खुलीं तो कुछ बन्द ही रहीं। बाजार में आने वाले ग्राहकों को भी बहुत समस्या का सामना करना पड़ा। क्या पान की दुकान, मेडिकल स्टोर, खाने के होटल, किराना की दुकान, हेयर कटिंग सैलून, कपड़ों की दुकानें हर तरह की ज़्यादातर दुकानें बन्द कर दी गईं। चाहे किसी का काम बड़ा था या छोटा लेकिन सभी डर गए।

क्या कहते हैं व्यापार मंडल के पदाधिकारी ?

“आज नगर नजीबाबाद में जीएसटी के अधिकारियों द्वारा जिस प्रकार व्यापारियों के बीच में भय का वातावरण बनाया गया यह उचित नहीं है जीएसटी के पदाधिकारियों को सर्वप्रथम व्यापार मंडल के पदाधिकारियों को बुलाकर एक बैठक कर कर अपने कार्य की रूपरेखा बतानी चाहिए थी जिससे व्यापारी व अधिकारी मिलकर जो उचित होता या रहता उसको करते इस प्रकार अचानक से बिना किसी सूचना के व्यापारियों के बीच में जाकर अनावश्यक वह का वातावरण जो उत्पन्न किया वह निराशाजनक है व्यापारी सरकार के साथ है हर प्रकार से हर एक कार्य में सहयोग करता है और कुछ अधिकारियों द्वारा अनावश्यक वह दिखा कर जिस प्रकार बाजार में अफरा तफरी मच आई गई उससे सरकार के राजस्व में हानि हुई तथा सरकार बदनाम हुई हमारा उद्देश्य सद्भाव से नियमानुसार कार्य करने का है कारोबार करने का है उसमें इस प्रकार का व्यवधान बर्दाश्त के काबिल नहीं है व्यापारियों का उत्पीड़न व्यापार मंडल बर्दाश्त नहीं करेगा” : कपिल सर्राफ, जिलाध्यक्ष, पश्चिमी उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल, जिला बिजनौर

“ये अच्छी बात है कि जीएसटी के दायरे में आने वाले कारोबारी और दुकानदारों को रजिस्ट्रेशन करा लेना चाहिए ये बहुत ही सरल प्रक्रिया है, गोल्डी ने बताया कि आज नजीबाबाद में किसी व्यापारी या दुकानदार के यहां gst छापे की जानकारी नहीं मिली है। कहा कि विभागीय अधिकारियों को इस प्रकार से बाजार में दहशत का माहौल नहीं बनाना चाहिए, दुकानदारों के मन से डर को समाप्त करना है नाकि डर को बढ़ाना। राजन टंडन गोल्डी का कहना है कि विभागीय अधिकारियों को पहले व्यापार मंडल के पदाधिकारियों को विश्वास में लेना चाहिए ताकि सहयोग से बाज़ार में जागरूकता अभियान चलाकर 40 लाख तक के कारोबार से अधिक बिक्री वाले दुकानदारों जीएसटी रजिस्ट्रेशन के लिए प्रेरित किया जा सके। उत्पीड़न की कार्यवाही नहीं होनी चाहिए।”: राजन टंडन गोल्डी, पश्चिमी उत्तरप्रदेश व्यापार मंडल के नगर अध्यक्ष, नजीबाबाद

क्या कहते हैं कर विभाग के अधिकारी?

टैक्स विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर विनय कुमार सिंह का कहना है कि शासन के निर्देशों पर टीमें बनाकर GST रजिस्ट्रेशन चेकिंग का अभियान चलाया जा रहा है , लेकिन उनकी जानकारी में ऐसा नहीं है कि आज कोई टीम नजीबाबाद के सर्वे पर लगी हो। असिस्टेंट कमिश्नर का कहना है कि सर्विस सेक्टर के कारोबारी का 20लाख वार्षिक कारोबार से अधिक है, और माल या सामान बिक्री वाले कारोबारी का 40लाख से अधिक का वार्षिक कारोबार है तो उनको GST रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। इसका सर्वे शासन के निर्देश पर हो रहा है, व्यापारियों को डरना नहीं चाहिए।