BIG NEWS TODAY : देहरादून। उत्तराखंड राज्य के आंदोलन में करनपुर गोलीकांड भी एक काला अध्याय है। करनपुर गोलीकांड के शहीद राजेश स्मारक में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। शहीद राजेश के परिजनों द्वारा हवन कर आत्मा की शान्ति की प्रार्थना की गईं।
शहीद राजेश रावत की माता आनन्दी रावत ने दुःखी मन से कहा कि अभी इतने वर्षों से हमारे शहीदों को न्याय नहीं मिला आज भी इंतजार हैं न्याय का। प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती एवं जितेन्द्र रावत के साथ द्वारिका बिष्ट ने कहा कि हम उन शहीदों के सपनों को पूर्ण करें और अपनी नई पीढ़ी को बताना होगा कि कितने संघर्ष के बाद राज्य की परिकल्पना पूर्ण हुई। अब हमें समन्वय बनाकर राज्य के विकास में अपना योगदान देना होगा।
अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी ने कहा कि मुजफ्फरनगर गोलीकाण्ड के दर्द पर मरहम अभी लगा भी ना था अगले ही दिन राजेश रावत एवं दीपक वालिया की शहादत देखनी पड़ी। तत्कालीन सरकार ने राज्य आंदोलनकारियों का हमेशा उत्पीड़न ही किया इसका हश्र ये हुआ कि आज उत्तराखण्ड मेँ सपा का नाम चिन्ह भी नहीं। अब सरकारें मज़बूत भू कानून , रोजगार , पलायन , स्थाई राजधानी मूल निवास एवं स्वास्थ्य शिक्षा बेहतर की जायं।
श्रद्धांजलि देने वालों में संगीता रावत डबराल , जयदीप सकलानी , हरीश पंत , रघुबीर बिष्ट , धर्मपाल सिंह रावत , पुष्पलता सील माणा , जानकी रावत , यशोदा रावत , पुष्पा नेगी , साबी नेगी एवं जानकी कण्डवाल एवं अन्य भी मौजूद रहें।

