देहरादून (Big News Today)
उत्तराखंड कांग्रेस में विपक्ष में आने के बाद जितनी रार हो रही है इतनी तो सत्तापक्ष में भी सीएम और मंत्री बनने को लेकर नहीं होती है। अब कहा जा रहा है कि कांग्रेस के कुल 19 विधायकों में से दो तिहाई विधायक अलग हो सकते हैं यानी कांग्रेस को नेता प्रतिपक्ष के भी लाले पड़ सकते हैं क्योंकि 10फीसदी विधायक भी नहीं बचेंगे और नेता प्रतिपक्ष की ज़रूरत ही समाप्त हो जाएगी। कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कांग्रेस मुख्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान कई मुद्दों पर बात की।
कांग्रेस विधायकों में फूट और टूट की बगावत की चर्चाओं और सम्भावनाओं के सवाल पर करन माहरा कह बैठे कि विधायक बने हैं कोई खुदा नहीं बनें हैं। दरअसल ये वाक्य उनके पूरे बयान का एक छोटा सा हिस्सा भर है। जबकि पूरा बयान ये है कि बगावत के इस सवाल के जवाब में करन माहरा ने कहा कि जब कोई नेता चुनाव जीतकर आता है तो वो उस पार्टी की आइडियोलॉजी और जनता के भरोसे का वोट हासिल करता है, लेकिन अगर चुनाव जीतने के बाद कोई विधायक पार्टी बदलता है तो ये क्षेत्रीय जनता के भरोसे के साथ छल करने के बराबर है, क्योंकि जनता ने पार्टी की विचारधारा को देखकर वोट दिया है। इससे आगे बोलते हुए माहरा ने कहा कि किसी विधायक को ऐसे ही कुछ भी नहीं करना चाहिए क्योंकि विधायक हो गए तो खुदा हो गए क्या।