आर.राजेश कुमार के कंधों पर आया सीएम के भरोसे का भार, राजधानी का डीएम बनना बड़ी बात। रणवीर सिंह चौहान पर मंत्री यशपाल आर्य ने जताया भरोसा, UPCL एमडी नीरज खैरवाल को क्यों हटाया गया। सरकार द्वारा बड़ी संख्या में IAS अफसरों के पत्ते फेंटने के हैं कई निहितार्थ

Uttarakhand


देहरादून डीएम बनाये गए ias आर.राजेश कुमार ( फाइल फोटो )

(संपादक की कलम से)
देहरादून

सोमवार की देर शाम को शासन के अफसरों और कुछ फील्ड के IAS अफसरों के जो पत्ते सरकार ने फेंटे हैं उनका पहले से ही अंदाज़ा लगाया जा रहा था। एकसाथ 24 वरिष्ठ IAS अफसरों के विभागों में फेरबदल और ट्रान्सफर होना बड़ी बात है। लेकिन इसमें कई ऐसे तथ्य हैं जिनको लेकर गौरकरना जरूरी जान पड़ता है। सबसे पहले बात अपर मुख्य सचिव आनंद बर्धन की करें तो उनको कद बढ़ाकर गृह एवं कारागार भी दिया गया है। डीएम देहरादून की बात करें तो आशीष कुमार श्रीवास्तव स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट भी देख रहे हैं अब उनको हटाकर 2007 बैच के IAS अफसर आर.राजेश कुमार को देहरादून का डीएम बनाया गया है। शासन में अपर सचिव के तौर पर कई विभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे आर राजेश कुमार पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून का डीएम बनाकर बड़ा भरोसा जताया है। और अब ये भी स्पष्ट कहा जा सकता है कि 2022 के चुनाव में राजेश कुमार ही जिला निर्वाचन अधिकारी रहेंगे!

एमडीडीए में वीसी रणवीर चौहान को हटाकर ब्रजेश सन्त को लाया गया है, माना जाता है कि ब्रजेश सन्त भी सीएम की पसंद के अफसरों में शामिल हैं। पहले एमडी परिवहन रह चुके रणवीर सिंह चौहान इस समय डीजी सूचना भी हैं और काबिल अफसरों में उनकी गिनती की जाती है, वीसी एमडीडीए का पद हटाकर उन्हें डीजी सूचना के साथ आबकारी आयुक्त भी बनाया गया है। यानी एक तरफ जहां आबकारी मंत्री की पसंद कहे जा सकते हैं वहीं डीजी सूचना बने रहने से साफ संकेत है कि रणवीर चौहान सीएम धामी के भरोसेमंद अफसर भी हैं। अबतक आबकारी आयुक्त सुशील कुमार को हटा दिया गया है, माना जा रहा है कि ये बदलाव आबकारी विभाग के 93करोड़ के अधिभार की वसूली ना होने के चलते किया गया है, आबकारी मंत्री यशपाल आर्य ने इसपर नाराजगी भी जाहिर की थी।

सचिव नितेश झा से गृह एवं कारागार हटाकर पंचायतीराज दिया गया है। और गृह एवं कारागार विभाग की जिम्मेदारी सचिव रंजीत सिन्हा को दी गई है, रंजीत सिन्हा हाल के दिल्ली दौरे में सीएम के साथ भी गए थे। इतना ही नहीं सचिव राधिका झा से ऊर्जा और वैकल्पिक ऊर्जा विभाग हटा दिया गया है और ये दोनों विभाग सीएम ने सचिव सौजन्या जावलकर को दिए हैं । इनके अलावा यूपीसीएल का एमडी पद से नीरज खैरवाल का हटाया जाना भी गौर करने लायक है। नीरज खैरवाल को त्रिवेंद्र सरकार में यूपीसीएल का एमडी बनाया गया था। नीरज खैरवाल वहीं ias अफसर हैं जिनका उधमसिंहनगर का डीएम रहते हुए तत्कालीन प्रभारी मंत्री मदन कौशिक की समीक्षा बैठक में बीजेपी विधायक राजेश शुक्ला से विवाद हुआ था। मेलाधिकारी और हरिद्वार डीएम रहे दीपक रावत को यूपीसीएल का एमडी बनाया गया है। लम्बे समय से पंचायतीराज विभाग का भार देख रहे सचिव एचसी सेमवाल को पंचायतीराज से हटाकर सिंचाई विभाग दिया है। ias अफसरों के शासन में विभगों को लेकर और प्रशानिक अफसरों में अभी कुछ ट्रांसफर और होने की उम्मीद जताई जा रही है।