देहरादून Big News Today
दून में एक अप्रैल से तीन दिवसीय साहित्य, कला और सिनेमा के लगने वाले मेले के प्रति चर्चित हस्तियों में बेहद उत्साह है। वार्षिक देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल के चौथे संस्करण का आयोजन एक से तीन अप्रैल तक हयात रिजेंसी और द दून इंटरनेशनल स्कूल रिवरसाइड कैंप में होगा। आयोजन में देशभर की कई जानी-मानी हस्तियां शिरकत करेंगी। अमर उजाला इस आयोजन का मीडिया पार्टनर है।
साहित्य, कला और संस्कृति का अद्भुत मेल : इम्तियाज अली
मशहूर फिल्म निर्देशक व लेखक इम्तियाज अली ने बताया कि वह फेस्टिवल के दो सत्र में हिस्सा लेंगे। उनका पहला सत्र दो अप्रैल को देख तमाशा के नाम से ऋचा अनिरुद्ध के साथ होगा। वहीं आखिरी दिन तीन अप्रैल को उनका दूसरा सत्र प्रसिद्ध लेखक रस्किन बॉन्ड के साथ मास्टर स्टोरी टेलर्स इन कॉन्वर्सेशन नाम से होगा। उन्होंने कहा कि मैं दूसरी बार दून में फेस्टिवल में शामिल हो रहा हूं। फेस्टिवल में जिस तरह साहित्य, कला और संस्कृति का मेल किया गया है, वह अद्भुत है। मैं इस संस्करण का हिस्सा बनने और रस्किन बॉन्ड के साथ अपने आगामी सत्र को लेकर बेहद उत्साहित हूं।
मेरे लिए सम्मान का अवसर : मालिनी अवस्थी
प्रसिद्ध लोक गायिका मालिनी अवस्थी पहले दिन अपने सत्र म्यूजिक फ्रॉम द रूट्स ऑफ इंडिया में जसबीर जस्सी और वरुण गुप्ता से बातचीत करेंगी। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल हमेशा से आर्ट एंड कल्चर और लिटरेचर का हब रहा है। उत्तराखंड में इतने बड़े स्तर पर लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन हो रहा है, जिसमें कई बड़ी शख्सियत शामिल होती आई हैं। उन्होंने कहा कि मंच पर कला, संस्कृति, गीत-संगीत को लेकर चर्चा उनके लिए सम्मान का अवसर है।
फिल्म अभिनेता व निर्माता तुषार कपूर एक लेखक के रूप में होंगे
प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेता और निर्माता तुषार कपूर अपनी नई किताब बैचलर डैड के साथ एक लेखक के रूप में मंच पर होंगे। वह प्रसिद्ध प्रकाशक मिली ऐश्वर्या के साथ अपनी किताब को लेकर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं दून में फेस्टिवल का हिस्सा बनने को लेकर उत्साहित हूं। यह फेस्टिवल ऐसे समय में आयोजित हो रहा है, जब हम एक समाज के रूप में लगभग अपने सामान्य जीवन में लौट रहे हैं।
अगर पुस्तकों की बात की जाए, तो पुस्तकें पिछले कुछ वर्षों में मुख्य रूप से आभासी दुनिया तक ही सीमित थीं। देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल में पाठकों के साथ बातचीत करना और अपनी पुस्तक को एक ऐसे जाने माने मंच पर प्रस्तुत करना मेरे जैसे नए लेखक के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। क्योंकि जब फरवरी में मेरी किताब का विमोचन हुआ, तब कोरोना के कारण ज्यादातर चीजें बंद थीं।
जसबीर सिंह बैंस उर्फ जस्सी ने कहा कि साहित्य समाज का दर्पण है, जिसके लिए नई पीढ़ी को आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि अच्छा साहित्य समाज को सही दिशा दिखाने का काम करता है। उन्होंने कहा कि लोक से जुड़ने के लिए कलाकारों को स्थानीय लोक भाषा में जरूरत लिखना पढ़ना चाहिए।
निशुल्क शामिल हो सकते हैं दर्शक
देहरादून। देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल में प्रवेश पूरी तरह निशुल्क है। इसके लिए पहले डीएलएफ की वेबसाइट www.dehradunliteraturefestival.com पर पंजीकरण कराना होगा।