देहरादून
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत नेकहा है हरिद्वार कुम्भ-2021 के दूसरे शाही स्नान सोमवती अमावस्या पर सोमवार की शाम तक करीब 28 लाख श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया है, जिसकी देर शाम तक संख्या 35लाख तक पहुंचने की संभावना है। सीएम तीरथ सिंह रावत ने कुम्भ के शाही स्नान पूरा होने पर प्रेसवार्ता की है। वर्चुल रूप से पत्रकारों से सचिवालय में जुड़े सीएम तीरथ सिंह रावत ने कुम्भ और कोरोना के कई पहलुओं पर बात की। महाकुम्भ के शाही स्नान पर सीएम ने कहा है कि शाही स्नान कुशलतापूर्वक हुआ है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा है कि अखाड़ा परिषद और साधु संतों का पूर्ण रूप से सहयोग मिल रहा है। अखाड़ा परिषद जिस तरह की व्यवस्थाएँ मांग कर रहा था वो हमने उपलब्ध कराये हैं। साधु संतों ने भी व्यवस्था पर हर्ष व्यक्त किया है। कुम्भ में ड्यूटी निभा रहे अधिकरियों का अभिनंदन है जिन्होंने शाही स्नान में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई है । मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने मीडिया की भूमिका और सहभागिता के लिए भी अभिनंदन किया है। सीएम ने कहा कि हमने कई विपरीत परिस्तिथियों के बावजूद भव्य और दिव्य कुम्भ का आयोजन किया है।
सीएम नें पत्रकारों से कहा कि कुम्भ में कोरोना बचाव के नियमों का पालन किया गया है, किसी पर कोई कार्यवाई की नौबत नहीं आयी है। हमने बेवजह की सख्ती करने को भी मना किया था, अभी शाम 6बजे तक की सूचना है कि 28लाख साधु संतों ने स्न्नान किया है। शाम तक 35लाख तक संख्या पहुंचने की संभावना है। भारत सरकार की गाइडलाइन्स का शतप्रतिशत पालन किया है और आगे भी करेंगे। एक सवाल के जवाब में सीएम ने कहा कि अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष कोरोना पॉज़िटिव होने के कारण शाही स्नान नहीं कर पाए हैं, उन्होंने नियमों का पालन किया है,बाकी सभी ऐसे ही पालन करेंगे।
उत्तराखंड में कोरोना टेस्टिंग और वैक्सीन को लेकर भी सीएम ने सवालों के जवाब दिए हैं। सीएम ने कहा कि हमारी टेस्टिंग की क्षमता बढ़ रही है, वैक्सीन लगाने को भी न्याय पंचायत स्तर तक लगाने के निर्देश दिए हैं। 45वर्ष से ऊपर के शतप्रतिशत लोगों को वैक्सीनैशन किया जा रहा है। हमने सभी पत्रकारों के भी वैक्सीन लगवाने की व्यवस्था की है। सीएम तीरथ ने कहा है कि जरूरत के मुताबिक वैक्सीन राज्य को मिल रही है, किसी प्रकार की वैक्सीन की कमी नहीं है।
पिछले वर्ष दिल्ली मरकज के मामले में एक सवाल पर सीएम ने कहा कि मरकज़ और कुम्भ की तुलना नहीं की जा सकती है। मरकज़ वाले मामले में एक ही हॉल में सब एक जगह जमा थे, एक साथ घुसे हुए थे। लेकिन कुम्भ का क्षेत्र हरिद्वार और ऋषिकेश तक फैला हुआ क्षेत्र है। खुले में है, मां गंगा के आशीर्वाद है।