लखनऊ
प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड को लेकर आज लखनऊ विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ औऱ अखिलेश यादव में तीखी बहस हुई। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुलायम के बयान “लड़कों से गलती हो जाती है” का ज़िक्र किया, तो अखिलेश ने पूछा “स्वामी चिन्मयानंद किसके गुरू हैं” इस पर योगी बोले “तुम क्या बोलोगे, तुम तो अपने ही बाप का सम्मान नहीं कर पाए” वही योगी आदित्यनाथ ने मुलायम सिंह यादव के राज में मायावती के साथ हुए गेस्ट हाउस कांड का भी ज़िक्र किया।

अखिलेश यादव ने प्रयागराज की घटना पर कहा, “उत्तर प्रदेश में इस तरह से गोली चलना, बम चलना और गैंगवार की तरह दिखना, ये सरकार पूरी तरह से विफल हुई है। ये रामराज्य है जहां खुलेआम बंदुकें चल रही हैं? पुलिस पूरी तरह से विफल है और इसकी जिम्मेदार भाजपा है।”
इस का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “ये जो अपराधी और माफिया हैं आखिर ये पाले किसके द्वारा गए हैं? क्या ये सच नहीं है कि जिसके खिलाफ FIR दर्ज है उन्हें सपा ने सांसद बनाया था? सीएम योगी ने तीखे तेवर अपनाते हुए कहा कि आप अपराधी को पालेंगे और उसके बाद आप तमाशा बनाते हैं। हम इस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे।”
अखिलेश यादव बोले:
“उत्तर प्रदेश में इस तरह से गोली चलना, बम चलना और गैंगवार की तरह दिखना, ये सरकार पूरी तरह से विफल हुई है। ये रामराज्य है जहां खुलेआम बंदुकें चल रही हैं? पुलिस पूरी तरह से विफल है और इसकी जिम्मेदार भाजपा है:” (प्रयागराज की घटना पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, लखनऊ)
उमेश पाल हत्याकांड में ड्राइवर की भूमिका संदिग्ध
बताया जा रहा है कि घटना के बाद गाड़ी छोड़कर फरार हुए ड्राइवर प्रदीप शर्मा से पुलिस ने पूछताछ की है। प्रदीप शर्मा की कॉल डिटेल भी निकलवाई गई। हादसे में राजपाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल और उनके गनर संदीप की मौत हो चुकी है। दूसरे गनर राघवेंद्र का अस्पताल में इलाज चल रहा है, घटना के समय मौजूद ड्राइवर घायल नहीं हुआ है।
अतीक अहमद एवं परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ
गवाह उमेश पाल की हत्या मामले में उनकी पत्नी जया पाल ने अहमदाबाद जेल में बंद माफिया अतीक अहमद, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, बरेली जेल में बंद भाई पूर्व विधायक अशरफ, अतीक के बेटों, मोहम्मद मुस्लिम और अतीक के अन्य सहयोगियों के खिलाफ साजिश, हत्या सहित अन्य गंभीर धाराओं में धूमनगंज थाने में एफआइआर लिखाई है।
धूमनगंज थाने में अपराध संख्या 0114 धारा 147,148,149,302,307,120 बी,506,34, विस्फोटक अग्नि विस्फोटक अधिनियम 1908(3) ,आपराधिक कानून संशोधन अधिनियम 1932 (7) के तहत दर्ज हुआ मुकदमा।
मृतक गनर संदीप के परिजनों ने मुआवज़े की मांग की
हादसे में मृतक गनर संदीप निषाद के परिजन आज पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और उन्होंने सरकार से न्याय की गुहार लगाई है। परिजनों ने 50 लाख रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग की है। घटना में सरकारी गनर संदीप निषाद की भी मौत हो गई थी। जबकि दूसरे सरकारी गनर राघवेंद्र जिंदगी-मौत के बीच अस्पताल में जंग लड़ रहे हैं। शुक्रवार को प्रयागराज के धूमनगंज के सुलेम सराय में ये घटना हुई थी।