L!.ve-in-Relation: प्यार धोका और फिर 35 टुकड़े, आफताब पूनावाला की रूह क्यों ना कांपी गर्लफ्रेंड श्रद्धा के 35 टुकड़े करते हुए!

Uttarakhand


Delhi/Dehradun (Big News Today)

‘लिव इन रिलेशनशिप’ यानी बिना शादी के एक साथ रहकर ‘आफताब पूनावाला’ ने जिसके साथ प्यार किया या अब तो यो कहें कि महीनों तक प्यार का नाटक किया और जीने मरने की कसमें खाई उसी गर्लफ्रेंड और लिव इन पार्टनर मासूम श्रद्धा का गला दबाकर हत्या करने में ब्वॉयफ्रेंड आफताब पूनावाला को ज़रा भी रहम नहीं आया, और अपनी प्रेमिका के 35 टुकड़े कर दिए। उसने श्रद्धा के उस भरोसे का भी कत्ल किया जो उसने ज़िंदगी एक साथ बिताने के सपने देखते हुए अपने साथी पर किया होगा। पुलिस की पूछताछ और छानबीन में अब जो कुछ पुलिस के सामने निकलकर आ रहा उसके अनुसार हत्यारा आफताब पूनावाला पत्थरदिल हत्यारे के रूप में सामने आ रहा है। ज्ञात हो कि आफताब पूनावाला ने अपनी लिव इन पार्टनर श्रद्धा वॉकर की 18 मई को हत्या कर दी थी। मीडिया और सोशल मीडिया में बहस हो रही है कि हत्यारा आफताब पूनावाला मुस्लिम है कि पारसी है ? सवाल ये है कि क्या हत्यारे के धर्म-समुदाय के निर्धारित होने से उसके अपराध, उसके जघन्य गुनाह का की गंभीरता कम या ज्यादा हो सकती है। हरगिज़ नहीं, वो भले ही किसी भी धर्म,जाति, समुदाय का हो लेकिन उसका ये जघन्य अपराध पूरे समाज को झकझोर देने वाला है, इसलिए वो अपने गुनाह से बचने के लिए कितना ही झूट और फरेब का सहारा ले ले लेकिन उसको सज़ा मिलनी ही चाहिए।

ये हत्याकांड कई सवाल भी समाज के बीच मे छोड़ रहा है कि आखिर ‘लिव इन रिलेशन’ यानी बिना शादी के एक साथ (जाहिर है पति-पत्नी की तरह) रहने का औचित्य क्या है, इसकी जरूरत क्या है, आखिर समाज ने इसकी मान्यता क्यों दे रखी है? लिव इन रिलेशन में रहने से ज़रा सोचिए कि नुकसान किसका है लड़के का या लड़की का? लड़की के पास उसकी इज़्ज़त ही सबकुछ होती है, क्या गारंटी है कि लड़का या बॉयफ्रेंड उसकी इस इज़्ज़त का सम्मान करते हुए विवाह बंधन तक लेकर जाएगा और जीवनभर प्यार करेगा। ऐसी कई घटनाएं सुनने को मिलती हैं जिसमें लिव-इन-रिलेशन में रह रहे जोड़े में झगड़ा, मार पिटाई और हत्या जैसे अपराध भी होते हैं, ये यानी मन भर गया तो बस आप पीछा छुड़ाने की तरकीब ढूंढने लग जाते हैं, उसका परिणाम चाहे जो भी हो। यानी आजकी पीढ़ी में अब इश्क मोहब्बत में रूह से अधिक देह की चाहत ही एकमात्र उद्देश्य बनता है दिख रहा है।

प्राप्त जानकारी एवं मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मृतक गर्लफ्रेंड श्रद्धा की हत्या का आरोपी आफताब लगातार दिल्ली पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है, और उधर दिल्ली पुलिस के सामने चुनौती यह है कि उसके हाथ न अब तक हत्याकांड में इस्तेमाल हुआ धारदार हथियार मिला है और न ही वह अभी तक श्रद्धा और आफताब के मोबाइल बरामद कर पाई है। जबकि उसके लिए श्रद्धा की डेड बॉडी के टुकड़ों में उसका सिर आदि ही हाथ लगा है। यानी एक तरह जहां पुलिस के लिए इस अपराध को अदालत में सच साबित कराने की चुनौती है तो दूसरी तरफ अपनी प्रेमिका के 35 टुकड़े करने वाला ‘जल्लाद’ बना आफताब पूनावाला पुलिस को अलग-अलग कहानियों से गुमराह कर रहा है।हालांकि दिल्ली पुलिस को साकेत कोर्ट से श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब पूनावाला की पांच दिन की कस्टडी और मिल गई है। इसका मतलब है कि वह अभी पुलिस की रिमांड पर कुछ दिन और रहेगा ताकि पुलिस हत्याकांड के कुछ राज उससे उगलवा सके।

पुलिस छानबीन में अबतक ये कुछ बातें सामने आईं हैं।

*आफताब ने श्रद्धा के साथ झगड़े के बाद बिस्तर पर ही उसकी गला दबाकर जान ले ली और फिर बॉडी के 35 टुकड़े कर फ्रीज में रख दिए।

*आफताब ने श्रद्धा के शव के 35 टुकड़ों को 18 पॉलिथिन बैग्स में बंद कर फ्रीज में रखा था। शव के मिल रहे टुकड़ों के साथ इन्हीं पॉलिथीन को पुलिस अहम सबूत बना सकती है क्योंकि उसे अभी तक घर में खून का कोई धब्बा तक नहीं मिला है।

*ज्ञात हो कि पुलिस क्राइम सीन पर बैंजीन नामक केमिकल छिड़क खून गिरे होने का पता लगाती है लेकिन शातिर आफताब बैंजीन इस्तेमाल की पुलिस ट्रिक को जानता था। इसलिए फ्रीज में, घर में या बिस्तर पर कहीं भी खून का धब्बा उसने छोड़ा नहीं।

*आफताब ने पुलिस के सामने कबूल किया है कि श्रद्धा की डैड बॉडी के 35 टुकड़े करने में उसे करीब 10 घंटे लगे। उसने डेड बॉडी को काटने के बाद एक घंटा लगाकर सारे बॉडी पीस पानी से धोए और पॉलिथिन बैग्स में डाल फ्रीज में रख दिए।

*श्रद्धा के शव को टुकड़ा टुकड़ा करने के बाद आफताब ने ऑनलाइन ऑर्डर देकर खाना मंगवाया। बीयर लेकर आया और नेटफ्लिक्स पर वेब सीरीज देखी और फिर सो गया। अब सवाल है कि उसके इस कबूलनामे को पुलिस बिना सबूत जुटाए सच कैसे साबित करेगी?

*श्रद्धा को ठिकाने लगाने के बाद उसी फ्लैट में आफताब किसी महिला मित्र को लेकर भी आया था। आफताब के दूसरी लड़कियों से अफेयर्स के चलते भी दोनों में झगड़े होते थे। पुलिस को आफताब की इन गर्लफ्रेंड्स की तलाश है।
*पुलिस को पता चला है कि आफताब ने श्रद्धा के कत्ल के बाद अपना फोन OLX पर बेच डाला जिसे अब पुलिस तलाश रही है। श्रद्धा का मोबाइल बरामद करना भी पुलिस के लिए किसी कठिन चुनौती से कम नहीं।
पुलिस सूत्रों की मानें तो आफताब मार्च में ही एक बार श्रद्धा को मारने का प्लान बना चुका था लेकिन फिर किसी कारण इरादा बदल लेता है।
*आफताब ने पुलिस को बताया है कि डेटिंग एप और सोशल सर्किल के जरिए उसके संपर्क में कई हिंदू लड़कियां आई जिनसे उसने संबंध बनाए।

courtesy:thenewsadda.com