‘ऑनलाइन’ खरीदारी से बाजार के हालात खराब, रक्षाबंधन पर भी दुकानदारों के चेहरों पर नहीं है पहले जैसी चमक!

Uttarakhand


देहरादून Report By – Faizan khan

रक्षाबंधन भाई बहनों के इस प्यार के त्योहार को कल 11 अगस्त को मनाया जाएगा , जिसके चलते बुधवार को देहरादून के पलटन बाजार में खरीदारी के लिए लोगों को खूब भीड़ उमड़ी।बहने अपने भाइयों के लिए राखियाँ ख़रीद रही तो कुछ अपने हाथों पर मेहंदी भी लगवा रही है ।

लेकिन एक बड़ा सवाल ये है कि व्यापारियों के चेहरों पर काफ़ी परेशानी देखने को मिल रही है।इसका कारण बाज़ारों में घट रही भीड़ और ऑनलाइन काम में बढ़ोतरी एक बड़ा कारण नज़र आ रहा है ।

दुकानदार सुनील का कहना है कि बहनों में रक्षाबंधन को लेकर काफ़ी उत्साह और जोश देखने को मिलता है , लेकिन इस वर्ष मार्केट में काम में काफ़ी कमी देखने को मिली है इस बार रक्षा बंधन पर बाज़ार में काम नहीं है ।

दुकानदार राजू कॉस्मेटिक के मुहम्मद कबीर ने बताया कि उनके पास काफी राखी के ऑर्डर आए हैं। जिनमें शंख और मोती वाली डिजाइनर राखियों की खासी डिमांड है। इसी के साथ बच्चों के लिए भी उनकी पसंद को देखते हुए राखियां तैयार की गई हैं। उनकी तैयार राखियां विदेशों में भी भेजी जा रही हैं।कबीर ने बताया कि पिछले वर्ष कोरोना काल के चलते इस वर्ष रक्षाबंधन पर मार्केट में काफ़ी भीड़ है और लोगों ने रक्षाबंधन को लेकर काफ़ी उत्साह और जोश देखने को मिल रहा है ।

दुकानदार मनीष ( मोनी) ने बताया कि दुकानों पर एक से बढ़कर एक आकर्षक राखियां सजी हुई हैं. बाजार में भारत की राखियाँ इस बार चाइनीज राखियों को टक्कर दे रही है. हालांकि, रक्षाबंधन के त्योहार पर महंगाई की मार भी पड़ी है. राखियों समेत अन्य गिफ्ट आइटमों में करीब 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. मनीष का कहना है कि इस साल मार्केट में बिल्कुल भी काम नहीं है पहले के मुताबिक़ पलटन बाज़ार अब नाम का रह गया है , लोगों ने ऑनलाइन ख़रीदना ज़्यादा कर दिया है जिस कारण पलटन मार्केट में दुकानदार ख़ाली बैठे है ।

दुकानदार यश चावला का कहना है कि बाजार में इस बार एक से बढ़कर एक देसी राखियां नई-नई वैरायटी में उपलब्ध है, जिसे लोग काफी पसंद कर रहे है. बाज़ार में इस बार बहनें सबसे ज्यादा भैया-भाभी पेयर, टेडी किड्स राखी, लुंबा राखी, स्टोन डोरी, एंटीक पैंडल्स, पूजा राखी और मेटर गोटा राखी को काफी पसंद कर रही है. इन राखियों के दाम भी 250 से 300 रुपए तक हैं. वैसे बाजार में 10 रुपए से लेकर 500 रुपए तक की राखियां मौजूद है.।

दुकानदार फ़ैसल खान बताते हैं कि ऑनलाइन कारोबार की वजह से 20 फीसदी काम कम है , ऑनलाइन कारोबार की वजह से उनके काम पर 20 फीसदी से ज्यादा फर्क पड़ा है. जिन बहनों के भाई किसी दूसरे शहर या प्रदेश में रहते हैं, वहां पर बहने ऑनलाइन माध्यन से ही राखियां भेज रही है. ऑनलाइन कारोबार तेजी से बढ़ा भी है. जिस कारण मार्केट के कामों में काफ़ी गिरावट देखने को मिल रही है , एक और बड़ा कारण बरसात के चलते भी है बरसात में लोग अपने घरों से निकल नहीं रहे है बारिश में भीगने से बीमार होने का डर और तरह तरह के वायरल का डर भी बना रहता है।

ग्राहक सोनिया ने बताया कि हर साल रक्षाबंधन पर दोनों एक-दूसरे के घर में ही जाकर रक्षाबंधन मनाते थे, लेकिन इस बार वह अपने माता-पिता व पूरे परिवार के साथ घर पर ही हैं। इसलिए वह बहुत खुश हैं। बताया कि उन्होंने अपने भाई के लिए चांदी की राखी खरीदी है।