
देहरादून (B.N.T. Bureau)

हरे पेड़ों को काटना एक जुर्म है लेकिन ये जुर्म लोग खुलेआम करने में भी नहीं झिजकते हैं। पेड़ों को काटने में लोग वन विभाग और उद्यान विभाग का भय भी महसूस नहीं करते हैं। यही वजह है कि देहरादून शहर में पेड़ों की जगह अब कंक्रीट के जंगल खड़े हैं। लोग एक-दो पेड़ों की मंजूरी लेकर दर्जनों हरेभरे पेड़ काट डालते हैं।
ऐसा ही कुछ एमकेपी रोड के जुयाल फ्लैट्स के पीछे करीब 7बीघा के बगीचे में हो रहा है। सूत्रों ने बताया है कि वहां कुछ पेड़ों की काटने की अनुमति की आड़ में बड़ी तादाद में पेड़ काटे जा रहे हैं। इस बगीचे में बड़ी तादाद में लीची और आम के पेड़ बताये जा रहे हैं। लेकिन बताया जाता है कि कॉलोनी के मकसद से इन हरेभरे पेड़ों पर आरी चलाई जा रही है। सूत्र बताते हैं कि वन विभाग को शिकायत करने के बावजूद इसपर कोई ध्यान देने को तैयार नहीं है। विभागीय लापरवाही का ही परिणाम माना जाता है कि शहर से पेड़ों की तादाद लगातार कम हो रही है और कंक्रीट का जंगल उग रहा है।
DFO देहरादून राजीव धीमान से Big News Today ने इस मामले की जानकारी ली तो उन्होंने इस मामले से इनकार किया है और इसको दिखाने की बात की है