देहरादून (Big News Today)

जल संस्थान के कर्मचारियों की कई बड़ी समस्याओं और मांगों का समाधान निकालने में जल संस्थान अभीतक नाकाम साबित हो रहा है। कर्मचारियों ने 28सितंबर को 16सूत्रीय ज्ञापन देकर समस्याओं के निस्तारण का अनुरोध करते हुए आंदोलन का नोटिस दिया था। मांगों पर जल संस्थान की तरफ से कोई निस्तारण न हो पाने के कारण अब 17 अक्टूबर को कर्मचारियों ने धरना देने की घोषणा की है। संयुक्त संगठन मोर्चा ने जल संस्थान की मुख्य महाप्रबंधक को पत्र लिखकर सूचित किया है। कर्मचारियों का कहना है कि मांगों के संदर्भ में 29 नवम्बर 21 को जल संस्थान प्रबंधन एवं कर्मचारी डेलिगेशन के मध्य वार्ता का 24 दिसम्बर 2021 को विभाग द्वारा जारी कार्यवर्त पत्र जारी हुआ था लेकिन उसमें जो सहमति बनी थी उनमें कई बड़ी मांगों और समस्याओं का निस्तारण अभीतक नहीं हुआ है। कर्मचारियों का कहना है कि उनकी एक मांग जल संस्थान का राजकीयकरण करना भी है।
नीचे हूबहू पढ़िए कर्मचारी संयुक्त संगठन मोर्चा का धरने के नोटिस।
” महोदय,
उपरोक्त विषयक संयुक्त मोर्चा द्वारा पूर्व प्रेषित पत्रांक 03 दिनांक 28.09.2022, जिसके द्वारा 16 सूत्रीय मांग पत्र एवं पत्रांक 04 दिनांक 03.10.2022 एक सूत्रीय मांग तथा मुख्यालय के पत्रांक 5601/कार्मिक/01/यूनियन/03/2021-22 दिनांक 24.12.2021 में उल्लेखित समझौते के बिन्दु सं-5, 10, 20, 21 एवं 23 पर वर्तमान तक कोई भी कार्यवाही नहीं किये जाने का उल्लेख करते हुये कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान यदि 10 दिवस के अन्तर्गत नहीं किया जाता है, तो ऐसी दशा में संयुक्त मोर्चा को विवश होकर मुख्यालय, देहरादून में धरना प्रदर्शन करने हेतु विवश होना पड़ेगा सूचित किया गया है, का सन्दर्भ ग्रहण करने का कष्ट करेंगे।“
"अतः इस पत्र के माध्यम से आपको सूचित किया जाता है कि यदि 16.10.2022 तक कर्मचारियों की समस्याओं के निस्तारण के सम्बन्ध में कार्यवाही नहीं की जाती है, तो ऐसी दशा में संयुक्त मोर्चा दिनांक 17.10.2022 को मुख्यालय में एक दिवसीय सांकेतिक धरना देने हेतु बाध्य होगा, जिसका समस्त उत्तरदायित्व प्रबन्धन पक्ष का होगा। अग्रिम कार्यवाही का निर्णय कोर कमेटी की बैठक में ही धरनास्थल पर लिया जायेगा।"