काम की बात: खुद सुधार कर सकते हैं कोविड टीकाकरण प्रमाणपत्र की गलती, अपनाएं यह प्रक्रिया पढ़े

Uttarakhand


Big News Today Team

अगर आपके कोविड टीकाकरण प्रमाणपत्र में किसी तरह की त्रुटि रह गई है तो इसे दूर कर सकते हैं। कोविन पोर्टल में इसके लिए ऑप्शन दिया गया है। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि लाभार्थी केवल एक बार ही परिवर्तन कर सकता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज उप्रेती ने बताया कि लाभार्थी स्वयं कोविड टीकाकरण प्रमाणपत्र की त्रुटियां दूर कर सकते हैं

यह हो सकती हैं गलतियां
-टीकाकरण में नाम, आयु, लिंग, फोटो आईडी में त्रुटियां।
-दूसरी खुराक लगने के बाद भी अनवेक्सीनेटेड प्रमाणपत्र प्राप्त होना।
-विदेश यात्रा के लिए प्रमाणपत्र पर पासपोर्ट विवरण अंकित नहीं होगा।
-कोविन पोर्टल पर लॉगिन किए जाने के लिए किसी अन्य के मोबाइल नंबर का उपयोग।
-कोविन पोर्टल पर लाभार्थियों का मोबाइल नंबर गलत होना।
यह प्रक्रिया अपनाएं

  • इंटरनेट ब्राउजर पर cowin.gov.in टाइप करें। 
  • कोविन होम पेज पर ऊपरी दाएं कोने पर रजिस्टर/साइन इन ऑप्शन पर क्लिक करें।
  • लॉगइन पेज पर वह मोबाइल नंबर अंकित करें, जिससे टीकाकरण कराया गया और छह नंबर की ओटीपी को सत्यापित करें।
  • आपको अपना प्रोफाइल व टीकाकरण की स्थिति दिखाई देगी। टीकाकरण प्रमाण् पत्र में किसी भी त्रुटि के लिए ऊपरी दाएं ओर raise an issue ऑप्शन को क्लिक कर दी जा रही प्रक्रिया को पूरा करें।
  • कोविड टीकाकरण प्रमाणपत्र में त्रुटियों और टीकाकरण संबंधी किसी भी समस्या के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी से संपर्क करें।
    उत्तराखंड में प्रत्येक सोमवार को चलेगा टीकाकरण महाभियान

उत्तराखंड में दिसंबर माह तक शत प्रतिशत कोविड टीकाकरण लक्ष्य हासिल करने के लिए सरकार ने प्रत्येक सोमवार  महाभियान चलाने का निर्णय लिया है। इस अभियान के तहत प्रदेश भर में दो हजार केंद्रों पर टीकाकरण किया जाएगा। इसमें 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीन की पहली या दूसरी डोज लगाई जाएगी।

प्रदेश में अब तक कुल 1.6 करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन की पहली या दूसरी डोज लगाई जा चुकी है। जिसमें 73.90 लाख लोगों को पहली और 32.51 लाख को वैक्सीन को दोनों डोज लगी है। प्रदेश 95 प्रतिशत लोगों को पहली और 42 प्रतिशत लोगों को दोनों डोज लगाई गई है

Covid Vaccination Certificate: इस बात का विशेष ध्यान रखें कि कोविड टीकाकरण प्रमाणपत्र में लाभार्थी केवल एक बार ही परिवर्तन कर सकता है।