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फिलिप्स एजुकेशन के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस प्रोडक्शन एवं मैन्युफैक्चरिंग का मंत्री सौरभ बहुगुणा ने किया उद्घाटन

Dehradun Delhi Uttarakhand


राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान रोशनाबाद विशिष्ट हरिद्वार के परिसर में कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री सौरभ बहुगुणा द्वारा कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग के तत्वाधान में क्रियान्वित की जा रही यूकेडब्ल्यू डीपी परियोजना के अंतर्गत प्रोडक्शन एवं मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में अग्रणी फर्मों के साथ भागीदारी के माध्यम से एवं निश्चित अवधि तक फर्म द्वारा ही संचालन किए जाने के प्रावधान सहित मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में विश्व की अग्रणी फर्म मं े से एक मैसर्स फिलिप्स एजुकेशन कम्पनी द्वारा स्थापित किए गए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, प्रोडक्शन एवं मैन्युफैक्चरिंग का उद्घाटन किया गया।

जिसमें विभागीय सचिव विजय कुमार यादव आईएएस सहित फिलिप्स के अध्यक्ष रक्षित केजरीवाल एवं विभागीय अधिकारी भी उपस्थित रहे।सीओई में बीएमसी, रोबोटिक आर्म आदि उन्नत श्रेणी की मशीन स्थापित की गई है तथा प्रारंभ किए गए 20 प्रशिक्षणार्थियों के प्रथम बैच हेतु प्रोडक्शन ऑटोमेशन तकनीक आदि में प्रशिक्षण की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है। स्थापित किये जा रहे सीओई पॉलिटेक्निक तथा आईटीआई प्रषिक्षितों के लिये वर्तमान में उद्योगों के मांग के अनुरूप उद्योग-रेडी (पदकनेजतल मंगल) होने के लिये फिनिशिंग स्कूल के रूप में कार्य करेंगे। 

इस योजना के अंतर्गतआईटीआई, पॉलिटेक्निक अथवा इंजीनियरिंग कॉलजे ेस के इच्छुक प्रशिक्षार्थियों को इस नवीनतम एवं विषिश्ट प्रकृति केतकनीकी मॉड्यूल्स मषीनिश्ट ऑटोमेषन, सीएनसी प्रोग्रामिंग आदि में 2 से 4 माह के प्रशिक्षण पश्चात् उन्हें उद्योगों केलिए तैयार किया जाएगा। सीआई में प्रशिक्षण के पश्चात् उद्योगों में नियोजित किये जाने वाले प्रशिक्षार्थियों को सामान्यरूप से देय भुगतान मानदेय में लगभग डेढ़ से दोगुना अधिक पारिश्रमिक प्राप्त हो सकेगा तथा तकनीकी प्रशिक्षण केकारण उनके करियर में ग्रोथ की संभावनाएं भी अधिक होगी।

इस अवसर पर यूकेडब्ल्यू डीपी परियोजना के अंतर्गत काशीपुर में श्नाइडर इलेक्ट्रिक के साथ स्थापित किए गए इलेक्ट्रिकल सेक्टर के सीईओ में प्रथम बैच का प्रशिक्षण पूर्ण कर चुके प्रशिक्षणार्थियों में से 15 प्रशिक्षणार्थियों को बेंगलुरु तथा दिल्ली में विभिन्न फर्मों ं द्वारा दिए गए नियोजन से सम्बन्धित नियुक्ति पत्र भी वितरित किए गए। यह उल्लेखनीय है कि इन 15 प्रशिक्षणार्थियों को लगभग 18000 से 22000 तक का पारिश्रमिक प्रदान किया जा रहा है, जो की एक आईटीआई उतीर्ण छात्र के नियोजन के सामान्य पारिश्रमिक से लगभग दोगुना है। इन परीक्षार्थियों े द्वारा इलेक्ट्रिकल से संबंधित बिल्डिंग ऑटोमेशन तथा इंडस्ट्रियल ऑटोमेशन के विशिष्ट मॉड्यूल में प्रशिक्षण प्राप्त किया गया है।

 इस अवसर पर मंत्री द्वारा कौशल विकास विभाग सहित तकनीकी शिक्षा व अन्य ऐसे युवाओं जबकि उपस्किलिंग के माध्यम से अपने नियोजन व मासिक मानदेय की स्थिति में सुधार करना चाहते हैं, का आवाहन किया गया कि इन स्थापित किया जा रहे को सीओए में विशेष व उन्नत प्रकार के विभिन्न मॉड्यूल में प्रशिक्षण प्राप्त कर इसका लाभ उठाए तथा अपनी ग्रोथ की संभावनाओं को मर्तू  रूप दें। उल्लेखनीय है कि सीओई के माध्यम से इस क्षेत्र में कार्य कर रही फर्मों को तुरंत विशिष्ट रूप से प्रशिक्षित कार्मिक भी उपलब्ध हो सकेंगे। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री द्वारा युवाओं के साथ-साथ मैसर्स फिलिप्स एजुकेशन कंपनी के अधिकारियों से अपेक्षा की गई कि आने वाले समय में सीओई के माध्यम से कौशल संवर्धन प्राप्त कर सकेंगे तथा रोजगार प्राप्त करेंगे।सचिव कौशल विकास एवं सेवायोजन द्वारा इस अवसर पर इस प्रकार की पार्टनरशिप के द्वारा प्रस्तावित अन्य प्रश्नों के बारे में भी अवगत कराया गया, जिसमें सहसपुर का विस्तृत प्रस्ताव भी सम्मिलित है।