BIG NEWS TODAY : कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कई विषयों की तरफ ध्यान आकर्षित किया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में राज्य के कई वर्तमान मुद्दों पर की तरफ ध्यान आकर्षित किया है। कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर राज्य में वनों की आग के लिए वन विभाग के छोटे कर्मचारियों की बजाए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही करन माहरा ने चारधाम यात्रा की तैयारियों को ध्वस्त बताते हुए यात्रा मार्गों पर भारी पेयजल संकट की बात कही है। इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने अपने पत्र में बादल फटने की दैवीय आपदा से मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये सहायता देने और प्रभावित परिवारों को 5-5 लाख रुपये देने की मांग भी की है। दो दिन पूर्व कुछ पर्वतीय इलाकों में बादल फटने की घटना हुई हैं congress president karan mahara wrote a letter to chief minister

बादल फटने की घटना से मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख की मांग- अध्यक्ष करन माहरा ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में बादल फटने से आई दैवीय आपदा में मारे गये प्रत्येक मृतक के परिजनों को 10-10 लाख रुपये तथा प्रभावित परिवारों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा दिये जाने तथा प्रभावित क्षेत्र के लोगों की जानमाल की सुरक्षा हेतु उन्हें सुरक्षित स्थानों में विस्थापित किये जाने की मांग की है। माहरा ने कहा कि 8-9 मई 2024 को प्रदेश के विभिन्न जनपदों में बादल फटने की घटनाओं से पिथौरागढ़ जनपद में धारचूला के चलगांव, अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर एवं उत्तरकाशी में अतिवृष्टि एवं बादल फटने की अप्रिय घटनायें घटित हुई हैं।
बड़े अधिकारियों पर कार्यवाई की मांग की कांग्रेस अध्यक्ष माहरा ने– कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि सरकार द्वारा जिस प्रकार वनाग्नि को लेकर कुछ छोटे कर्मचारियों और अधिकारियों पर की गई कार्रवाई को समझ से परे बताते हुए कहा कि विभागीय कर्मचारियों के खिलाफ की गई इस कार्रवाई से राज्य सरकार ने केवल लीपापोती करने का काम किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लिखे पत्र में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि राज्य के पर्वतीय क्षेत्र के 90 प्रतिशत से अधिक वनों में लगी भीषण आग से प्रदेश की अमूल्य वन सम्पदा के साथ-साथ वन्य पशु, वृक्ष-वनस्पतियां, जल स्रोत और यहां तक कि ग्लेशियर भी संकट में हैcongress president karan mahara wrote a letter to chief minister
चारधाम यात्रा मार्गों पर पेयजल का भारी संकट भी बताया – करन माहरा ने उत्तराखंड में प्रारम्भ होने वाली चारधाम यात्राओं की तैयारी पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर राज्य सरकार से यात्रा मार्गों पर व्यवस्था चाक चौबंद करने की मांग की है। जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष संगठन एवं प्रशासन मथुरा दत्त जोशी ने बताया कि मुख्यमंत्री धामी को लिखे पत्र में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा है कि राज्य में चारधाम यात्रा एवं पर्यटन काल प्रारम्भ हो चुका है। पर्यटन एवं तीर्थाटन राज्य के लोगों की आय का प्रमुख स्रोत है परन्तु चारधाम यात्रा प्रारम्भ होने से पूर्व ही चारधाम यात्रा मार्गों पर सरकारी व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई नजर आ रही हैं। चारधाम यात्रा पर बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों के रजिस्ट्रेशन की समुचित व्यवस्था नहीं हो पा रही है।