देहरादून। Big News Today उत्तराखण्ड मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ति शमून कासमी Mufti Shamoon Qasmi ने कहा कि जिला प्रशासन की रिपोर्ट के बाद उक्त मदरसा Uttarakhand madarsa board संचालक पर पॉक्सो सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मुख्यमंत्री ने सभी मदरसों की जांच कराने के आदेश जारी कर दिये है, बोर्ड से मान्यता प्राप्त सभी 415 मदरसों की भी जांच कराई जाएगी।
बिना मान्यता के चल रहे मदरसों को तत्काल बंद कराया जाएगा। मदरसा प्रबंधकों को भी हिदायत दी जाती है, कि वह अपने-अपने संस्थानों में जो भी कमी है, उसे तुरंत दुरूस्त कर ले, अगर जांच में कोई अनैतिक काम मिले, तो तत्काल कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि वीरभट्टी में बिना पंजीकरण के चल रहे मदरसे में सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में गई टीम को 24 बच्चे बीमार हालत में मिले थे। मदरसे के बच्चों ने संचालक और उसके बेटे पर मारपीट और शोषण का आरोप लगाया था। पुलिस ने इस मामले में मदरसा संचालक मोहम्मद हारुन और उसके पुत्र इब्राहिम के खिलाफ पॉक्सो सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इस प्रकरण के बाद सीएम ने सभी मदरसों की जांच के आदेश दिए हैं।
"बोर्ड से मान्यता प्राप्त सभी 415 मदरसों की जांच होगी, करीब 32 बिन्दूओं पर आधारित जांच में शिक्षा की गुणवत्ता के साथ-साथ समानता, मूलभूत सुविधाओं, एसपीईएमएम योजना, एमडीएम योजना और भुगतान संबंधी जांच शामिल है।"...मुफ्ति शमून कासमी, अध्यक्ष, मदरसा बोर्ड।
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"वीरभट्टी में मदरसे के अंदर पाई गई अनियमित्ता गंभीर मामला है, शिक्षण संस्थानों में इस प्रकार की गतिविधिया निंदनीय है। सीएम ने प्रदेश के सभी मदरसों की जांच के आदेश दिये है। जांच में जो भी गलत पाया जाएगा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।"...शादाब शम्स, अध्यक्ष, उत्तराखण्ड वक्फ बोर्ड।
नैनीताल जिले के ज्योलिकोट के पास वीरभट्टी में मदरसे में बच्चों के साथ अमानवीय व्यवहार पर सीएम पुष्कर सिंह धामी की और से प्रदेश के सभी मदरसों की जांच के निर्देश देने से हड़कंप मच गया है। इस मामले में अब मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ति शमून कासमी व वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने भी मोर्चा संभाल लिया है।