देहरादून (Big News Today) 10 नवम्बर 2022 से निलंबित चल रहे उद्यान विभाग के अपर निदेशक आरके सिंह पर लगे सारे आरोप झूठे साबित हो गए हैं। शासन ने आरोपों की कुमाऊं कमिश्नर से जांच कराई फिर रिपोर्ट के बाद आरके सिंह का निलंबन समाप्त करते हुए क्लीन चिट दी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर निलंबन समाप्त करते हुए उद्यान सचिव दीपेंद्र चौधरी ने उन्हें पद पर बहाल करने के आदेश जारी कर दिए हैं।

ये था पूरा मामला: उद्यान विभाग के अपर निदेशक आरके सिंह पर चौबटिया रानीखेत मुख्यालय में तैनाती के दौरान कार्यालय में ना रहकर बाहर से काम करना, और सौंपी गई विभागीय जिम्मेदारियों का ठीक से निर्वहन ना करने का आरोप लगा था। इसके साथ ही निरीक्षण के लिए पहले निदेशक को सूचित करने के निर्देश की अवहेलना करके विभागीय निरीक्षण करना, और अपने अधीनस्थ अधिकारियों को भी विभागीय कार्यों में लापरवाही करने के लिए प्रेरित करने जैसे आरोप लगाए गए थे। जानकारी के अनुसार इन आरोपों को लगाते हुए तत्कालीन निदेशक हरमिन्दर सिंह बवेजा द्वारा निलंबन की संस्तुति की गई थी।
"मैं जानता था कि मुझ पर झूठे आरोप लगाए थे, और निलम्बित किया गया था। इस कार्यवाही से मेरी छवि को भी धक्का लगा। आख़िरकार सही जांच के बाद सच्चाई सामने आगई है, और मेरे ऊपर लगे आरोप निराधार पाये गए हैं। मैं शासन का आभार व्यक्त करता हूँ।": आर.के. सिंह, अपर निदेशक, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग
अपर निदेशक आरके सिंह पर लगे इन आरोपों के आधार पर उनको 10नवम्बर 2022 को निलंबित कर दिया गया था। साथ ही शासन ने कुमाऊँ कमिश्नर को मामले की जांच सौंपी थी। जानकारी के मुताबिक 2 जून 2023 को कुमाऊं कमिश्नर ने अपनी जांच रिपोर्ट शासन को सौंप दी थी, जिसमें सिंह पर लगाये गए सभी आरोप निराधार पाए गए हैं। जांच आख्या के आधार पर उद्यान सचिव दीपेंद्र चौधरी ने मंगलवार की शाम को आरके सिंह का निलम्बन समाप्त करते हुए बहाली के आदेश जारी कर दिए हैं।