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वाट्सएप की ओर से यह कार्रवाई 420 यूजर्स की शिकायतों के आधार पर की गई है। बैन किए गए 95 प्रतिशत खाते ऑटोमेटेड बल्क मैसजिंग का अनाधिकृत प्रयोग कर रहे थे।
वाट्सएप का उपयोग करने वालों के लिए जरूरी खबर है। अगर आप भी एकसाथ कई लोगों को मैसेज भेजते हैं तो सतर्क हो जाइए। आपका वाट्सएप बंद हो सकता है। फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी वाट्सएप ने ऐसे ही 20 लाख अकाउंट बंद कर दिए हैं। यूजर्स पर ये कार्रवाई अगस्त माह में हुई है। मंगलवार को कंपनी की तरफ से जारी रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है। कंपनी ने यह भी बताया कि पिछले 64 दिन के अंदर दुनियाभर में ऐसे तीन करोड़ अकाउंट बंद किए गए हैं।
क्यों हुई कार्रवाई?
कंपनी ने अपनी मासिक रिपोर्ट में बताया है कि अगस्त में 420 यूजर्स ने अलग-अलग तरह की शिकायत की थी। इसमें अकाउंट सपोर्ट की 105, 222 पर प्रतिबंध लगाने, 42 उत्पाद से जुड़े और 17 सुरक्षा मानकों को लेकर शिकायतें शामिल थीं। इन शिकायतों की जांच में पाया गया कि 20 लाख 70 हजार अकांउट नियम के विरूद्ध काम कर रहे हैं। इसलिए इन्हें तुरंत बंद कर दिया गया। इससे पहले 16 जून से 31 जुलाई के बीच भी तीन लाख अकाउंट्स को बंद किया गया था। कंपनी ने ये भी बताया है कि जिन खातों को बंद किया गया है उनमें से 95 प्रतिशम खाते ऑटोमेटेड बल्क मैसेजिंग का गलत इस्तेमाल कर रहे थे। मतलब ये लोग एक बार में कई लोगों को ऑटोमेटिक तरीके से मैसेज फॉरवर्ड करते थे।
स्पैम और बल्क मैसेज को रोकेगा वाट्सएप
वाट्सएप के अनुसार आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी। वाट्सएप के प्रवक्ता ने बताया, ”कंपनी यूजर सिक्योरिटी रिपोर्ट को गंभीरता से लेती है। मैसेजिंग ऐप का किसी भी तरह का दुरुपयोग रोकने के लिए हम काम कर रहे हैं। हमारा ध्यान स्पैम और ऑटोमेटिक बल्क मैसेजिंग के गलत उपयोग को रोकना है। किसी भी तरह के गलत काम को पकड़ने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल्स और ह्यूमन रिसोर्स का इस्तेमाल कर रहे हैं।”
कंपनी ने सुरक्षा को लेकर फिर सफाई दी
वाट्सएप ने सुरक्षा पर उठ रहे सवालों को लेकर एक बार फिर से सफाई दी है। कार्रवाई की जानकारी के साथ कंपनी ने कहा कि वाट्सएप पर दो लोगों के बीच होने वाली बातचीत पूरी तरह से सुरक्षित है। कंपनी किसी के भी मैसेज को नहीं पढ़ता है। यह एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड है।
अब हर महीने रिपोर्ट जारी करेगी वाट्सएप
फेक न्यूज और अन्य गलत कामों को रोकने के लिए इसी साल 26 मई को भारत सरकार ने नए आईटी नियम को लागू किया था। इन नियमों के अनुसार 50 लाख से अधिक यूजर वाले किसी भी डिजिटल प्लेटफार्म कंपनी को हर महीने एक रिपोर्ट प्रकाशित करनी होगी। इसमें उन्हें ये बताना होगा कि कितने यूजर्स ने क्या शिकायतें कीं और उसपर कंपनी ने क्या कार्रवाई की? ये रिपोर्ट भी उसी का हिस्सा है।