राहुल गांधी ने देहरादून में आयोजित ‘विजय सम्मान रैली में बीजेपी और केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा

Dehradun Uttarakhand


देहरादून, बिग न्यूज़ टूडे: कांग्रेस नेता और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आज ‘विजय सम्मान रैली’ को संबोधित करने के लिए देहरादून पहुंचे. इस दौरान वे जहां देहरादून में बिताए अपने दिनों को याद किया, तो वहीं राज्य की सत्ता में काबिज बीजेपी और केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. 

रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद हुए सीडीएस जनरल बिपिन रावत और सैन्य अधिकारियों को याद किया. वहीं, उन्होंने देहरादून को लेकर कहा, “जब मैं यहां आ रहा था, तो सोच रहा था कि उत्तराखंड के साथ मेरा क्या रिश्ता है? जब मैं छोटा था, तो दून स्कूल में पढ़ता था. आपने मुझे उस समय बहुत प्यार दिया.” 

इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि उनके परिवार ने देश के लिए कुर्बानी दी. 31 अक्टूबर को याद करते हुए उन्होंने कहा, “मेरी दादी देश के लिए शहीद हुईं. मेरा और आपका कुर्बानी का रिश्ता है. जो कुर्बानी उत्तराखंड के हजारों लोगों ने दी है, वहीं कुर्बानी मेरे परिवार ने दी है. जिन लोगों ने अपना खून दिया है, वो रिश्ते को बहुत अच्छे से समझेंगे. जिनके लोग सेना में हैं उन परिवारों को ये बात बहुत गहराई से पता है कि पिता को खोना और भाई को खोना क्या होता है, लेकिन जिन परिवारों ने इस तरह की कुर्बानी नहीं दी, उनको ये बात कभी समझ नहीं आ सकती है. राहुल गांधी ने कहा, उत्तराखंड ने भारत को अपना सबसे ज्यादा खून दिया है. बांग्लादेश की लड़ाई में 13 दिन में पाकिस्तान ने अपना सिर झुका दिया, जबकि आमतौर पर युद्ध 6 महीने या 1 से 2 साल तक चलता है. राहुल गांधी ने कहा, अमेरिका को अफगानिस्तान में 20 साल लग गए. भारत ने पाकिस्तान को 13 दिन में हरा दिया, ये हमको भूलना नहीं चाहिए. भारत के सब लोगों ने एक साथ मिलकर पाकिस्तान को हराया. लाखों परिवारों के लोगों ने अपने घर से सोना भारत सरकार को दिया. जब भारत एक साथ खड़ा होता है, तो हमारे देश में सामने कोई खड़ा नहीं हो सकता है.

राहुल ने कहा, देश को कमजोर किया जा रहा है. एक भाई को दूसरे भाई से लड़ाया जा रहा है. कमजोर लोगों को मारा जा रहा है. पूरी सरकार दो-तीन पूंजीपतियों के लिए चलाई जा रही है. तीन काले कानून किसानों के खिलाफ उनकी मदद के लिए नहीं उनको खत्म करने के लिए लाया जा रहा था. किसान एक साथ खड़े हुए और देखिए पीएम हाथ जोड़कर कहते हैं कि गलती हो गई, माफी मांगता हूं और फिर माफी मांगने के बाद जो 700 किसान शहीद हुए उनके बारे में संसद में कहते हैं किसी की मौत नहीं हुई. पंजाब की सरकार की ओर से 400 किसानों को मुआवजा दिया गया. मैंने संसद में लिस्ट दी. ये गलती नहीं थी, साजिश थी. कांग्रेस पार्टी खड़ी हुई, किसान खड़े हुए, विपक्ष के लोग खड़े हुए इसलिए प्रधानमंत्री ने माफी मांगी.”