Exclusive: “आलाकमान के बुलावे पर गए थे दिल्ली, चुनाव की रणनीति पर हुई है चर्चा, नेता प्रतिपक्ष के साथ दिल्ली का हवाई सफर केवल एक संयोग”- उमेश शर्मा काउ

Dehradun Uttarakhand


Photo: राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ अनिल बलूनी, डॉ. हरक सिंह रावत एवं उमेश शर्मा काउ

देहरादून (Big News Today)

उत्तराखंड की राजनीति में आजकी बड़ी और अहम खबर ये चल रही थी कि सरकार के मंत्री हरक सिंह रावत, विधायक उमेश शर्मा काउ और नेता प्रतिपक्ष यानि कांग्रेस के वरिष्ठ लीडर एकसाथ दिल्ली गए हैं। इसको लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रहीं थीं. लेकिन देरशाम को दिल्ली से एक तस्वीर आई है जिसमें बीेजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मंत्री हरक सिंह रावत और विधायक उमेश शर्मा काउ मुलाकात कर रहे हैं. साथ में राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी भी बैठक में मौजूद हैं। बीजेपी के सीनियर विधायक उमेश शर्मा ‘काउ’ का कहना है कि “दिल्ली आलाकमान के बुलावे पर मिलने गए थे और चुनाव की रणनीति को लेकर चर्चा की गई है, मैं दिल्ली से देरशाम को देहरादून लौट आया हूँ, लेकिन अभी मंत्री हरक सिंह रावत दिल्ली में ही हैं वे कल देहरादून लौटेंगे, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी से और प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम जी से भी मुलाकात हुई है।” bignewstoday.in से बात करते हुए विधायक उमेश शर्मा काउ ने कहा है कि “नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के साथ हवाई जहाज में सफर करना एक संयोग था, क्योंकि नेता प्रतिपक्ष भी दिल्ली गए हैं और ये सभी एकसाथ ही दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरे, इसके लिए किसी प्रकार की कयासबाजी ना लगाई जाए।”

उधर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने भी bignewstoday.in से फोन पर बात करते हुए कहा है कि हवाई जहाज में मंत्री हरक सिंह रावत और विधायक उमेश शर्मा काउ के साथ दिल्ली जाना केवल एक संयोग ही था। दिल्ली जाने पर हो रही चर्चाओँ के संदर्भ में एक सवाल का जवाब देते हुए प्रीतम सिंह ने कहा है कि यदि संयोग बना तो कांग्रेस में साथ लाने की कोशिश भी की जाएगी।

हालांकि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ दिल्ली से आई तस्वीर से ये बात तो साफ हो गई है कि कांग्रेस में जाने वाली अटकलें सिर्फ परिस्थिजन्य कयासबाजी ही थी. लेकिन एक बड़ा सवाल अभी भी उत्तराखंड की राजनीति में तैर रहा है कि आखिर आलाकमान से चुनावी रणनीति पर मंत्री हरक सिंह रावत और विधायक उमेश शर्मा काउ ही चर्चा और मंथन करने क्यों गए. और ऐसी क्या रणनीति पर चर्चा हुई है? क्योंकि इऩ दोनों के दिल्ली दौरे पर को लेकर बीजेपी के अंदर भी कई तरह की गर्माहट है, ये भी कहा जा रहा है कि हरक सिंह रावत को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है, या फिर किसी राज्य का राज्यपाल भी बनाया जा सकता है। उधर विधायक उमेश काउ को मंत्रीमंडल में शामिल करने की संभावना भी जताई जा रही है, लेकिन विधायक ने साफ कहा है कि वे मंत्रिमंडल में इस समय शामिल नहीं होना चाहेंगे, क्योंकि 3 से भी कम का समय बचा है। बहरहाल देखना होगा कि मंत्री हरक सिंह रावत और विधायक उमेश काउ के आलाकमान से मुलाकात के क्या परिणाम सामने आते हैं।