जसपुर विधायक आदेश चौहान के मामले में स्पीकर ने दिए जांच के निर्देश, विपक्ष ने अधिकारियों पर सदन को गलत तथ्य देने का लगाया था आरोप

Dehradun Delhi Uttarakhand


गैरसैंण/देहरादून (Big News Today) जसपुर से कांग्रेस के विधायक आदेश चौहान द्वारा सदन में उठाए गये विशेषाधिकार हनन के मामले में अधिकारियों द्वारा विधानसभा को गलत तथ्य देकर भ्रमित करने के आरोप को गंभीरता से लेते हुए स्पीकर ऋतु खंडूरी ने जांच के आदेश दिए हैं। इसी मामले में 14 मार्च को सदन में हंगामा करने पर स्पीकर ने विपक्ष को सदन से निलंबन कर दिया था। विशेषाधिकार हनन की सूचना के तहत आज इस सदन में इस मामले में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस मामले में अधिकारियों ने गलत सूचना देकर सदन को भ्रमित किया है। उन्होने कहा कि जो तथ्य अधिकारियों द्वारा सदन में उपलब्ध कराए गए हैं वो गुमराह करने वाले हैं क्योंकि विधायक आदेश चौहान के मामले में न्यायालय में कोई चार्जशीट दाखिल नहीं की गयी है।

इस मामले को स्पीकर ऋतु खंडूरी ने गंभीर मानते हुए जांच के आदेश दिए हैं और कहा कि ये मुद्दा बहुत गंभीर है, इस मामले में यदि अधिकारियों द्वारा सदन को गलत तथ्य उपलब्ध कराए गए होंगे तो दोषियों पर कार्यवाई की जाएगी।

कांग्रेस विधायक आदेश चौहान ने कहा कि अभी तक न्यायालय में कोई वाद ही दायर नहीं है, जबकि सदन को अधिकारियों ने बताया है कि चार्जशीट न्यायालय में दायर हो गई है। उन्होंने कहा कि उनके पास पिछले 6 महीनों से कोई गनर ही नहीं है और उससे पहले भी वर्षों में 6 गनर बदले जा चुके हैं।

26 अगस्त 2022 का है विवाद: जसपुर से कांग्रेस विधायक आदेश चौहान ने पुलिस को दी तहरीर में बताया था कि 26 अगस्त को निवारमंडी गांव स्थित उनके घर में पंडित पूर्णानंद तिवारी कॉलेज के पास रहने वाले भाजपा कार्यकर्ता अवनीश कुमार, कृष्ण कुमार, मदनलाल घुस आए। तीनों ने उनके गनर की वर्दी फाड़ दी। उधर आरोपी कृष्ण कुमार कहना था कि उनका एक मुकदमा अंगदपुर निवासी सुनील कुमार के साथ चल रहा है। 26 अगस्त को विधायक आदेश चौहान ने उन्हें समझौते के लिए बुलाया था, इसलिए वह अपने पुत्र अवनीश और भाई मदनलाल के साथ विधायक के घर पहुंचे थे जहां विधायक ने उनके साथ गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दी और विवाद बढ़ गया। इस मामले में विधायक आदेश चौहान ने तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था, साथ ही आरोपियों की शिकायत पर 30 अगस्त को विधायक के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हो गया था। इसी को लेकर विधायक आदेश चौहान ने विधानसभा में विशेषाधिकार की सूचना लगाई थी।