देहरादून (Big News Today) महिला कांग्रेस ने सरकार की नीतियों के खिलाफ और अंकिता भंडारी प्रकरण में न्याय की मांग करते हुए प्रदर्शन किया। महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला और प्रदेश महासचिव शिवानी मिश्रा थपलियाल ने अपना संपूर्ण केश त्याग (मुंडन) कराकर विरोध प्रदर्शन किया। महिला कांग्रेस के आह्वाहन पर हुए इस मुख्यमंत्री आवास कूच प्रदर्शन में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व सीएम हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, उपनेता प्रतिपक्ष सहित कई दिग्गज नेता शामिल हुए।

महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रोतेला के नेतृत्व में कांग्रेस भवन से चले कांग्रेसियों की भारी भीड़ को हाथीबढ़काला पहुंचने पर पुलिस ने रोक दिया। इस दौरान महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रोतेला और प्रदेश महासचिव शिवानी मिश्रा ने अपने सिर के सारे केश त्याग कर दिए। (मुंडन करवा दिया)। आगे इस दौरान कांग्रेसियों ने वहीं बैठकर धरना देना शुरू कर दिया, जिसको पुलिस बल द्वारा जबरन हटाया गया। कांग्रेस ने अपने इस सीएम आवास कूच प्रदर्शन में जमकर सरकार को कानून व्यवस्था, अंकिता भंडारी केस, महंगाई जैसे तमाम मुद्दों को लेकर नारेबाजी की और हल्ला बोला। जिसमें बड़ी संख्या में महिला कांग्रेस की नेत्रियां पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुईं।

प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी उत्तराखण्ड की बेटी अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड की जांच सीबीआई से कराये जाने की मांग लगातार राज्य व केन्द्र सरकार से करती आ रही है परन्तु आजतक उनके परिवार को न्याय नही मिल पाया है। उन्होंने कहा मणीपुर में जिस तरह से महिलाओं को सरकार के नाक के नीचे निर्वस्त्र कर सड़कों पर घुमाया गया यह देश को शर्मशार करने वाला काण्ड था, परन्तु आज तक उन महिलाओं को भी न्याय नही मिल पाया है।

उन्होंने राज्य में भर्ती घोटाला, महंगाई, बेरोजगारी, डेंगू महामारी का प्रकोप पर भी सरकार पर आरोप लगाए। कहा कि केन्द्र सरकार ने अग्निवीर भर्ती जैसी योजना लाकर देश के युवाओं के साथ धोखा कर छलने का काम किया है। उन्होंनेे राज्य के युवाओं से भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सड़कों में उतरकर आन्दोलन करने की अपील की।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि अंकिता हत्याकाण्ड मानवता के लिए शर्मसार करने वाला तथा देवभूमि उत्तराखण्ड की अस्मिता को कलंकित करने वाली घटना है जिसके लिए दोषियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए जिससे ऐसा अपराध करने वालों को सबक मिल सके। करन माहरा ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है तथा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली भाजपा सरकार में महिलाओं पर अत्याचार की घटनायें लगातार बढती जा रही हैं।

नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने सदैव देश के उत्थान के लिए काम किया है और करती रहेगी। उन्होंने कहा आज भी कांग्रेस पार्टी अपनी उन्हीं गौरवशाली परम्पराओं का निर्वहन करती आ रही है। देश को आजाद कराने के बाद कंाग्रेस पार्टी ने पं0 जवाहर लाल नेहरू के नेतृत्व से शुरू कर सत्ता के लगभग 50 वर्षों के सफर में भारत वर्ष को दुनियां के सामने एक ताकतवर शक्ति के रूप में खड़ा करने का काम किया है परन्तु आज सत्ता में बैठी ताकतें देश के सर्वधर्म संभाव को कमजोर करने का प्रयास कर रही हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन जी, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी जी और राहुल गांधी जी के नेतृत्व में उसका डटकर मुकाबला करना हैै।

इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड में कानून व्यवस्था नाम चीज नही है जहॉ तहॉ आये दिन महिलाओं के साथ अत्याचार किये जा रहे हैं और उन्हें न्याय दिये जाने के बजाय उनका और अधिक उत्पीड़न किया जा रहा है। राज्य सरकार विकास के नाम पर डुगडुगी पीट रही है परन्तु विकास कहीं दिख नही रहा है। उन्होंने कहा सरकार के नाक के नीचे राजधानी देहरादून के सड़कों पर एक-एक फीट के गड्डे देखे जा सकते हैं। आये दिन रोज कोई ना कोई घटना हो रही है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने देश की सार्वजनिक सम्पत्यिों को बेचकर अपने चहेते लोगों को बॉट दिये है।

प्रदर्शन में मुख्य रूप से प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी, महामंत्री विजय सारस्वत, पूर्व विधायक संजीव आर्य, मुख्य प्रवक्ता गरिमा माहरा दसौनी, महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविन्दर ंिसह गोगी, मीना रावत, नजमा खान, आशा मनोरमा डोबरियाल, प्रतिमा सिंह, सुजाता पॉल उर्मिला थापा, दर्शन लाल, मोहित उनियाल, सुशीला बेलवाल, उषा रावत, अनुराधा तिवाड़ी, कमजीत कौर, पूनम कैन्यूरा, रेनू नेगी, इन्दू पंवार, अन्जू मिश्रा, संतोष चौहान, अल्का लाम्बा, जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्ष नीलम रावत, अंशुल त्यागी, किशोरी देवी, रेखा सोनकर, मीना शर्मा, पूनम ंिसह, मुन्नी बिष्ट, आशा रावत, रेखा ढींगरा, तनिषा रावत, कविता माही, कैलाशी देवी, शीशपाल सिंह बिष्ट, राजेश चमोली, मुकेश नेगी, प्रदीप थपलियाल, महन्त विनय सारस्वत, आदि सैकड़ों महिलायें उपस्थित थे।


