आपके घर के आसपास घोंघा यानी स्नेल है तो आपको सावधानी बरतनी चाहिए, बुजुर्ग मरीज के पेट से निकाला विचित्र कीड़ा लिवर फ्लूक, देहरादून में आया लिवर फ्लूक कीड़े से होने वाली बीमारी का मामला, बरसात में कच्ची सब्जियां या सलाद खाने से बचने की सलाह डॉक्टर ने दी है I

BIG NEWS TODAY : तरह तरह की बीमारियां अब सामने आने लगी हैं I या ये कहें कि आधुनिक मेडिकल साइंस के ज़माने में बीमारियों का सटीक कारण एवं निवारण पता चल जाता है I देहरादून में लिवर फ्लूक नामक कीड़े से गंभीर बीमारी का एक मामला सामने आया है। देहरादून में इस कीड़े से पीड़ित एक बुजुर्ग मरीज का महत्वपूर्ण ऑपरेशन करके कीड़ा निकाला गया है। ये बीमारी देहरादून शहर सहित दून घाटी में मुख्यतौर पर बारिश या मानसून सीजन में आमतौर पर घरों के आंगन में या किचन गार्डन में पाए जाने वाले स्नेल (घोंघा) के कारण होती है। lever fluk snail

ये था पूरा मामला:- प्राप्त जानकारी के अनुसार, देहरादून निवासी 82 साल के बुजुर्ग आनंद कोहली पिछले करीब दो महीने से लीवर में इंफेक्शन से पीड़ित थे, उनको रह-रह कर तेज ठंड चढ़ने के साथ ही बुखार आता था। परिजनों ने बताया कि उनका इलाज कई जाने-माने अस्पतालों में किया गया, इसके लिए काफी दिन तक अस्पताल में भर्ती भी रहना पड़ा। बुजुर्ग मरीज की पेट का सीटी स्कैन, एमआरआई एवं अल्ट्रासाउंड भी कई बार किया गया परंतु लीवर के इन्फेक्शन का कारण पता नहीं चल पा रहा था I
मरीज के परिजन किसी की सलाह पर, जब मरीज को लेकर सिनर्जी अस्पताल पहुंचे, तो सिनर्जी हॉस्पिटल Dehradun में गैस्ट्रो विभाग के प्रमुख डॉक्टर अरविंद सिंह ने मरीज की पूर्व की सभी जांचों की रिपोर्टs का गहन अध्ययन किया, उसके बाद एंडोस्कोपी अल्ट्रासाउंड करने का निर्णय किया। endoscopy ultrasound के दौरान उन्होंने एक विचित्र कीड़ा देखा, जिसमें पित्त नली के अंदर दिखाई दिए विचित्र प्रकार के लिवर फ्लूक Lever Fluke को एंडोस्कोपी (ईआरसीपी) के माध्यम से छोटा सा चीरा देकर इस कीड़े को बाहर निकाल दिया गया I

लिवर फ्लूक ऐसे करता लोगों को बीमार:- सिनर्जी अस्पताल में गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. अरविंद सिंह ने बताया कि यह कीड़ा एक प्रकार का लिवर फ्लुक होता है जो कि मनुष्य को संक्रमित कर देता है I उन्होंने कहा कि ये आश्चर्य की बात कि ये बीमारी देहरादून में भी सामने आई है क्योंकि ये एक रेयर यानि दुर्लभ केस की बीमारी है। इसका संक्रमण घोंघा (स्नेल) के माध्यम से लिवर में हो जाता है और लीवर की गंभीर बीमारी को पैदा कर देता है। अतः अपने घर में घोंघा का नियंत्रण करना बहुत आवश्यक है। उन्होने बताया कि ये लिवर फ्लूक नाम का कीड़ा आमतौर पर स्नेल या घोंघे के शरीर पर रहता है और घर में किचन गार्डन या अन्य किसी माध्यम से चिपक कर खाने के माध्यम से शरीर में पहुंच जाता है। जो कि पेट से होता हुआ लीवर में पेनिट्रेट करके पित्त नली में पलने लगता है। ये करीब 2 सेंटीमीटर के आकार में कुछ हद तक ट्रांसपेरेंट जैसा भी होता है।

कच्चे सलाद व सब्जियां खाने से करें परहेज़ :- डॉ. अरविंद सिंह का कहना है कि सब्जियां या सलाद चाहें अपने घर के किचन गार्डन के हों या फिर बाजार से लाए हों। बरसात के दिनों में कच्चा खाने से बचें। जो कच्चा ही खाना जरूरी हों तो उनको बहुत अच्छे से नमक के पानी में धोकर खाएं। अन्यथा तो अच्छे से पकाकर ही खाना उचित रहता है। क्योंकि बरसात के दिनों में घोंघा आमतौर पर सभी के किचन गार्डन और खेतों में पाया जाता है, जो कि पत्तेदार सब्जियों पर चढ़ता रहता है।