thagi Land fraud in dehradun

फर्जी तरीके से जमीन के ड्राफ्ट दिखाकर 97 करोड़ रुपये की डील, व्यापारी को लगा करोड़ो का चूना

Uttarakhand


देहरादून। BIG NEWS TODAY : संपत्ति खरीदनी है तो जरा संभलकर, क्योंकि भूमाफिया बहुत बड़े गेम प्लान करके पैसा ठग सकते हैं। ऐसा ही मामला देहरादून में सामने आया है। भूमाफिया गिरोह ने देहरादून के बिजनेसमैन सतीश सैनी को 97 करोड़ रुपये की लैंड डील में झांसे में लेकर 3करोड़80 लाख रुपये ठग लिए। भूमाफिया गिरोह ने पहले सतीश सैनी की जमीन खरीदने की बात कही। फिर गिरोह के ही एक सदस्य ने अपने कब्जे वाली जमीन को आगे मोटे दाम पर बेचने और बिजनेसमैन को इसमें से मुनाफे का अधिक हिस्सा देने का झांसा दिया। गिरोह सोची समझी नीयत से डील को टालता रहा, जबकि कुछ सदस्य सतीश सैनी ने अपने हिस्से की मुनाफे की राशि मांगते रहे। इस तरह गिरोह ने सैनी ने 3.80 करोड़ रुपये ठग लिए। प्रकरण में वसंत विहार पुलिस ने सतीश सैनी की शिकायत पर 13 व्यक्तियों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

रोपी जमीन के सौदे के लिए किसी न किसी कारण लेट करते रहे। सतीश सैनी को संदेह न हो, इसके लिए अतीत सीए ने कहा कि 30 करोड़ रुपये के बैंक ड्राफ्ट बन गए हैं। 10 करोड़ रुपये का एक ड्राफ्ट संजीव गर्ग ने उन्हें दिखाया भी। साथ ही अन्य ड्राफ्ट की फोटो अपने मोबाइल में दिखाई। कुछ समय बाद जब सभी ने एक-एक कर कॉल उठाना बंद कर दिया तब, सतीश को लगा कि उन्हें ठग लिया गया है। छानबीन करने पर पता चला कि जमीन के अनुबंध पत्र से लेकर बैंक ड्राफ्ट सब कुछ फर्जी थे।

सूत्रों के अनुसार जीएमएस रोड निवासी व्यापारी सतीश कुमार सैनी के  नवंबर 2020 में अमजद अली और अदनान ने उनसे उनकी सिडकुल हरिद्वार की भूमि को खरीदने के लिए संपर्क किया था। किसी कारण से यह सौदा नहीं हो पाया। इसके बाद जनवरी 2021 में अमजद अली, साहिल गर्ग व शरद गर्ग उनके शोरूम में आए। जहां उन्होंने बताया कि एक बाबा हैं, जिनका नाम मलकीयत सिंह उर्फ बलबीर सिंह है। यह ट्रस्ट बाबा बूढ़ा दल समिति नांदेड़ महाराष्ट्र के हेड हैं। इन्हें अस्पताल और गुरुद्वारा निर्माण के लिए जमीन की जरूरत है। land fraud 97 crore in dehradun

आरोपियों ने सतीश कुमार सैनी को भरोसे में लेने के लिए साथ आए साहिल गर्ग ने कहा कि उनके पिता संजय गुप्ता इस ट्रस्ट से जुड़े हुए हैं। वहीं, शरद गर्ग ने कहा कि उनके पिता संजीव गर्ग ट्रस्ट के सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंट) हैं। कुछ दिन बाद करीब 15 जनवरी को ये लोग मलकीयत सिंह उर्फ बाबा, बलबीर सिंह, संजय गुप्ता, अदनान, आशीष, सोलंकी, राजा व चन्नी आए। जिसके बाद सतीश सैनी ने इन्हें अपने मित्र की दो जमीनें दिखाई। साथ ही जमीन की मिट्टी भी दी। उसी दिन अमजद अली और अदनान ने कहा कि झाझरा में उनके जानने वाले की 70 बीघा जमीन है। इसे भी बाबा जी को दिखा देते हैं। दो दिन बाद अमजद का कॉल आया कि जो जमीन उन्होंने दिखाई थी उसकी मिट्टी पास हो गई है। land fraud 97 crore in dehradun

जमीन खरीद फरोख्त को लेकर 70 बीघा जमीन बाबा को दिखाई है।उसका रजिस्टर्ड एग्रीमेंट हाल निवासी एमडीडीए कॉलोनी चंदर रोड अशोक कुमार के नाम पर है। इस तरह अशोक कुमार से भी मुलाकात करवाई गई और अशोक कुमार ने भी कागज दिखाने की बात कही। साथ ही सभी ने सतीश कुमार सैनी को झांस में लेते हुए कहा कि वह इसका अनुबंध अपने नाम करवा लें और फिर मुनाफा काटकर इसे आगे बाबा को बेच देंगे। इस तरह की जानकारी दी गई बाबा के साथ प्रति बीघा 1.39 करोड़ रुपये में सौदा तय हुआ है, जबकि यह जमीन 95 लाख रुपये बीघा के भाव में मिल रही है।

आरोपियों ने सतीश सैनी को झांसा दिया कि इस डील में उनका फायदा है। क्योंकि, बाबा जी को जमीन बेच दिए जाने के बाद 30 करोड़ रुपये से अधिक लाभ एक झटके में मिल जाएगा। लिहाजा, अनुबंध तैयार करने का नाटक भी आरोपियों ने शुरू कर दिया। सभी लोग मर्सिडीज बेंज, एंडेवर और इनोवा जैसे वाहनों में आ रहे थे तो लगा कि सभी संपन्न प्रॉपर्टी डीलर हैं। इस लिए जब कुछ आरोपियों ने किसी न किसी बहाने से मुनाफे में से अपना हिस्सा पहले ही मांगना शुरू किया तो सतीश भी रकम देते चले गए। एक बार तो उन्होंने धनराशि कम पड़ने पर आरोपियों के ही कहने पर अपने शोरूम से गोल्ड को गिरवी रखवाकर उनकी मांग पूरी की। इस तरह सतीश आरोपियों को 3.80 करोड़ रुपये दे चुके थे।

पीड़ित सतीश कुमार सैनी ने आरोपियों को मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी तो अलग-अलग किश्तों में उन्हें 21 लाख रुपये वापस कर दिए गए। हालांकि, अभी भी सतीश को 3.59 करोड़ रुपये वापस नहीं मिल पाए हैं। इस दौरान यह बात भी सामने आई कि जिस गिरोह ने सतीश को ठगा है, वह सहारनपुर समेत विभिन्न राज्यों में कई फर्जीवाड़े कर चुका है। इनके विरुद्ध देवबंद, सहारनपुर कोतवाली देहात, नागल, जगाधरी, मुजफ्फरनगर, सरधना, गंगोह आदि में मुकदमे दर्ज हैं। यह जानकारी भी मिली है कि अमजद और अदनान जिला मुजफ्फरनगर में जेल में बंद हैं। अशोक कुमार भी धोखाधड़ी के केस में जेल जा चुका है।