ख़बर का असर: जुयाल फ्लैट्स एमकेपी रोड पर अवैध कटान की शिकायत पर वन विभाग ने कराई जांच, पखवाड़े के अंतराल में 2 बार 4-4 पेड़ों की मंजूरी लेकर 8पेड़ों का ही हुआ कटान, भ्रमपूर्ण निकली सूचना नहीं हुआ अवैध कटान और वन विभाग ने शेष पेड़ों पर लिखवाए नम्बर।

Uttarakhand


फोटो: जुयाल फ्लैट्स बाग में काटे गए पेड़

देहरादून (BNT Bureau)

जुयाल फ्लैट्स एमकेपी रोड के बागीचे में हरे-भरे पेड़ों के कटान की खबर के बाद मामले ने तूल पकड़ा तो वन विभाग की मंगलवार को बागीचे के निरीक्षण के लिए टीम पहुंची। प्रभागीय वनाधिकारी के निर्देश पर उप-प्रभागीय वनाधिकारी लाखन सिंह पंवार एवं वन क्षेत्राधिकारी मालसी रेंज की टीम के साथ निरीक्षण को पहुंचे। टीम ने मौके पर बाग में काटे गए पेड़ों की गिनती की, जिसमें 8 पेड़ कटे हुए पाए गए। वन क्षेत्राधिकारी ने जांच के दौरान मंजूरी अभिलेखों का भी निरीक्षण किया, और अपनी रिपोर्ट में बताया है कि 4-4 करके 2 बार कुल 8 पेड़ों के काटने की अनुमति मांगी गई थी। अर्थात फिलहाल कोई पेड़ अवैध कटान में नहीं पाया गया। सूचना मिथ्या निकली।

फोटो कोलाज: जुयाल फ्लैट्स में पेड़ों पर वन विभाग की नम्बरिंग

स्थानीय सूत्रों की शिकायत मिली थी कि न्यू रोड पर जुयाल फ्लैट्स में पीछे वाले बागीचे में कम पेड़ों की अनुमति लेकर अवैध रूप से अधिक पेड़ काटे जा रहे हैं। इसपर प्रभागीय वनाधिकारी राजीव धीमान ने मामले का तुरंत गंभीरता से संज्ञान लेकर जांच आख्या मांगी। प्रभागीय वनाधिकारी राजीव धीमान के निर्देश पर उप-प्रभागीय वनाधिकारी लाखन सिंह पंवार एवं वन क्षेत्राधिकारी ने मंगलवार को मौके पर जाकर निरीक्षण किया । मौके पर कुल 8पेड़ कटे हुए पाए गए हैं। बगीचे में लीची सहित विभिन्न प्रकार के करीब 40पेड़ शेष हैं जिनपर वन विभाग ने लाल रंग से नंबरिंग करा दी है।

फोटो: वन क्षेत्राधिकारी द्वारा प्रेषित जांच आख्या, स्रोत: वन विभाग

मौके पर निरीक्षण करने और मंजूरी के अभिलेखों को जांचने के बाद वन क्षेत्राधिकारी ने उप-प्रभागीय वनाधिकारी के माध्यम से प्रभागीय वनाधिकारी को अपनी जांच आख्या मंगलवार की देर शाम को प्रेषित कर दी। जांच आख्या को उप-प्रभागीय वनाधिकारी ने प्रभागीय वनाधिकारी को प्रेषित कर दिया है।

फोटो: उप-प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा प्रेषित जांच आख्या, स्रोत: वन विभाग

जांच आख्या में स्पष्ट किया गया है कि आवास बनाने में बाधक होने के आधार पर संपत्ति स्वामी एयर मार्शल श्री बीडी जुयाल पुत्र श्री स्व.चंद्रधर जुयाल ने 16 अगस्त 2021 को लीची के 4 पेड़ों के कटान की अनुमति ली थी, इसी भूमि पर श्रीमती माधुरी माथुर पत्नी ब्रिगेडियर स्व.श्री रवि माथुर पुत्री स्व.चंद्रधर जुयाल ने भी आवास बनाने में बाधक होने के आधार पर लीची के 4 पेड़ काटने की 03 सितंबर 2021 को अनुमति ली थी। जांच आख्या में कहा गया है कि कोई अन्य अवैध कटान नहीं पाया गया है, 8कटे हुए पेड़ों के अलावा शेष बचे हुए विभिन्न पेड़ों पर स्टाफ द्वारा नंबरिंग कर दी गई है।

फोटो: राजीव धीमान , डीएफओ देहरादून

प्रभागीय वनाधिकारी राजीव धीमान का कहना है कि “किसी भी प्रकार से कहीं पर पेड़ों के अवैध कटान को सहन नहीं किया जाएगा, यदि कहीं अवैध कटान पाया जाता है तो उसपर कार्यवाही की जाएगी।”

बहरहाल, वन विभाग ने तो जांच करा ली लेकिन इस सबके बीच बड़ा सवाल ये उभर रहा है कि क्या वाकई परिवारी सदस्यों ने निजी आवास बनाने के लिए 8पेड़ कटान की अनुमति ली है या मामला कुछ और ही है, या फिर से अन्य किसी बहाने से कुछ और पेड़ काटने की अनुमति लेने की कोशिश की जाएगी, ये तो भविष्य ही बताएगा। इस मामले में भूमि स्वामियों से संपर्क नहीं हों पाया। अवैध कटान की सूचना भ्रमपूर्ण होने और समाचार प्रकाशन से भूस्वामियों को होने वाले कष्ट के लिए Big News Today संस्थान हृदय से खेद व्यक्त करता है।