औद्योगिक भांग और कैनाबिस की खेती के लिए नियमावली बनाने की प्रक्रिया तेज़, स्टेकहोल्डर्स के साथ हुई परामर्श बैठक

Dehradun Uttarakhand


देहरादून (Big News Today) औद्योगिक हैम्प एवं चिकित्सीय कैनाबिस की नियमावली-2023 पर स्टेकहोल्डर्स की परामर्श बैठक का आयोजन कर उनके सुझाव एवं परामर्श लिया गया। बैठक में राज्य और राष्ट्रीय स्तर के स्टेकहोल्डर्स ने प्रतिभाग किया, जिनमें उद्यमी एवं कृषक शामिल हैं। बैठक की अध्यक्षता सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने की।

 सौगंध पौधा केंद्र के निदेशक डॉ नृपेंद्र चौहान ने प्रतिभागियों का अभिनंदन करते हुए उनके समक्ष नियमावली के बारे में विवरण प्रस्तुत किया । डॉ. चौहान ने कहा कि उत्तराखंड राज्य में रोजगार परक खेती कम होने तथा पारंपरिक खेती को जंगली जानवरों द्वारा पहुंचाए जा रहे नुकसान और पर्वतीय जनपदों में रोजगार की तलाश में पलायन की समस्या के दृष्टिगत रोजगारपरक खेती उपलब्ध कराए जाने की दिशा में औद्योगिक हैम्प एवं चिकित्सीय कैनाबिस की खेती के लिए नियमावली तैयार की गई है। राज्य की कृषि को एवं इससे संबंधित उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए तैयार नियमावली पर हित धारकों से सुझाव आमंत्रित किए गए हैं।

बैठक में अधिकांश प्रतिभागियों ने हैम्प बीज की उपलब्धता, लाइसेंस प्राप्त होने में देरी, जिन पौधों में टीएचसी की मात्रा 0.3 प्रतिशत से अधिक है उनके बीज एवं तने के उपयोग की अनुमति प्रदान करने, परीक्षण की व्यवस्था जिला स्तर पर उपलब्ध कराने, चिकित्सीय कैनाबिस की खेती इनडोर अवस्था में ही करने के साथ-साथ राज्य में 700 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में इसकी खेती के लिए अनुज्ञा जारी करने का सुझाव दिया।

बैठक में आईटीआईएस हैम्प, हिमाचल प्रदेश, नैनोटेक कंपनी, दीजेंस एंड संस कंपनी,  एग्रोटेक चंडीगढ़, केनाजो इंडिया, भगोला ईगो कंपनी मुंबई जिंदल ग्लोबल आदि सहित लगभग 55 स्टेकहोल्डर्स ने ऑफलाइन एवं लगभग 40 स्टेकहोल्डर्स ने ऑनलाइन प्रतिभा किया।

 कार्यक्रम में उपस्थित सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने सभी हित धारकों के विचार सुनने के बाद उनको नियमावली में समाहित करने का आश्वासन दिया । बैठक में कृषि मंत्री के सलाहकार अखिलेश रावत , अपर सचिव विजय कुमार जोगदंडे, अपर सचिव न्याय राजू श्रीवास्तव, अपर आयुक्त आबकारी ए आर सेमवाल, सहित कई अधिकारियों ने हिस्सा लिया