
देहरादून (Big News Today)
चुनाव के नतीजे 10मार्च को आएंगे लेकिन कोंग्रेस ने तय मान लिया है कि उनकी सरकार बन रही है। इसी बीच नैनीताल की लालकुआं सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ रहे पूर्व सीएम हरीश रावत के बयान को लेकर भी कांग्रेस की राजनीति में भी माहौल गरम हो गया है। हरीश रावत ने कहा है कि वे या तो मुख्यमंत्री बनेंगे या फिर घर बैठेंगे। इस बयान के कई मायने निकालने जा रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने हरीश रावत का खुला समर्थन करते हुए कहा है कि “हरीश रावत जी ने ठीक ही कहा है और इसके राजनीतिक मायने नहीं निकाले जाने चाहिए।” गरिमा कहती हैं कि हरीश रावत सीनियर लीडर हैं और वे किसी के अंडर में रहकर काम नहीं कर सकते हैं।
उधर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह भी हरीश रावत के इस बयान पर अंदर ही अंदर तिलमिला गए हैं क्योंकि प्रीतम सिंह के समर्थक उन्हें सीएम की कुर्सी पर बैठा देखना चाहते हैं और हरीश रावत का ये बयान प्रीतम सिंह जे सपने पर बाल्टी भरकर पानी फेरने जैसा है। प्रीतम सिंह कहते हैं कि “मुख्यमंत्री कौन बनेगा ये किसी के कहने से तय नहीं होता बल्कि इसको पार्टी आलाकमान तय करता है।” गौरतलब है कि यदि कोंग्रेस की सरकार बनती है तो सीएम बनने को लेकर एक पहलू यशपाल आर्य का भी है क्योंकि दलित मुख्यमंत्री की विचार खुद कुछ समय पहले पंजाब का उदाहरण देते हुए हरीश रावत दे चुके हैं, इस बयान के बाद भविष्य के दलित सीएम को लेकर यशपाल आर्य के नाम की चर्चा होने लगी थी। लेकिन हरीश रावत के ताज़ा बयान के बाद यशपाल आर्य के समर्थकों में भी मायूसी छा सकती है। बहरहाल अभी चुनाव का रिजल्ट आना बाकी है और रिजल्ट बताएगा कि सरकार बीजेपी की होगी या कांग्रेस की होगी। और नेताओं की किस्मत बताएगी कि सीएम कौन बनेगा।

