मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के निर्देश पर त्योहारी सीजन में मिलावटखोरों पर सख्त नजर
मेरी प्राथमिकता है कि हर घर की थाली शुद्ध रहे और हर परिवार की खुशियाँ सुरक्षित रहें
खाद्य प्रतिष्ठानों पर FDA का सघन अभियान, देहरादून समेत सभी जिलों में चल रही छापेमारी
Report: एम. फहीम ‘तन्हा’, देहरादून। BIG NEWS TODAY
त्योहारी सीजन में लोगों की सेहत से किसी तरह का समझौता न हो, इसके लिए उत्तराखंड सरकार ने राज्यभर में मिलावट के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़ दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने दशहरा और दीपावली को देखते हुए प्रदेशभर में सघन छापेमारी शुरू की है। इसका उद्देश्य मिठाई, नमकीन, डेयरी उत्पादों समेत सभी खाद्य सामग्री की गुणवत्ता सुनिश्चित करना है। एफडीए की टीमें देहरादून सहित सभी जिलों में खाद्य प्रतिष्ठानों, मिष्ठान भंडारों, डेयरियों और नमकीन उत्पादन इकाइयों पर सैंपलिंग और निरीक्षण कर रही हैं। सैकड़ों सैंपल लैब में जांच के लिए भेजे जा चुके हैं।
विभाग के अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी मुख्यालय से इस अभियान की निरंतर निगरानी कर रहे हैं और सभी जिलों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी दोषी को बख्शा न जाए। त्यौहारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए यात्रा मार्गों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। एफडीए की मोबाइल फूड टेस्टिंग वैनों के माध्यम से मौके पर ही खाद्य पदार्थों की जांच की जा रही है। गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों के सभी जिलों में यह अभियान लगातार चल रहा है। एफडीए ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे केवल विश्वसनीय दुकानों से ही खाद्य सामग्री खरीदें, किसी प्रकार की गंध, रंग या बनावट में अनियमितता दिखे तो तुरंत विभाग को सूचित करें।
किसी भी प्रकार की शिकायत के लिए एफडीए की हेल्पलाइन या वेबसाइट का उपयोग किया जा सकता है। एफडीए के अनुसार, जो भी खाद्य विक्रेता या निर्माता मानक के अनुरूप गुणवत्ता नहीं रखते, उनके खिलाफ खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम (FSS Act) के तहत कड़ी कार्रवाई की जा रही है। अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने कहा कि राज्य स्तर पर अभियान की मॉनिटरिंग जारी है और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
हर घर की थाली रहे सुरक्षितः धामी
“त्योहार खुशियों और मिलन का समय होते हैं। मेरी प्राथमिकता है कि हर घर की थाली शुद्ध रहे और हर परिवार की खुशियाँ सुरक्षित रहें। जनता के स्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं होगा। मैंने विभाग को निर्देश दिए हैं कि मिलावटखोरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।”
— पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री, उत्तराखंडएफडीए आयुक्त का बयान
“त्योहारी सीजन में उपभोक्ताओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। मिठाई और डेयरी उत्पादों में मिलावट की शिकायतें इस मौसम में अक्सर आती हैं, जिन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमारा उद्देश्य है कि हर उपभोक्ता को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य सामग्री मिले।”
— डॉ. आर. राजेश कुमार, एफडीए
नवरात्र पर भी हुई थी सख्त कार्रवाई
इससे पहले नवरात्रों में अभियान के पहले चरण के दौरान एफडीए की टीमों ने मिठाई, खोया, दूध, घी और तेल सहित कई खाद्य पदार्थों के 250 से अधिक नमूने जांच के लिए भेजे थे। जांच के दौरान कुछ सैंपल मानकों के विपरीत पाए गए, जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए विक्रेताओं को नोटिस, जुर्माना और कुछ प्रतिष्ठानों को अस्थायी रूप से सील किया गया। अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि पुनरावृत्ति की स्थिति में एफएसएसएआई लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई भी की जाएगी।