कार्मिक एकता मंच: एकता मंच के पवित्र उद्देश्य को पूरा करने हेतु परिसंघ आये आगे पढ़े

Uttarakhand


देहरादून- Big News Today

शहीदों के सपने के रूप में आवाज दो हम एक हैं के नारे को धरातल पर साकार करने के निमित्त गठित उत्तराखंड कार्मिक एकता मंच की रविवार को सम्पन्न वेबिनार में कार्मिक सेवा संघों के विभिन्न परिसंघों ने एकता मंच के पवित्र उद्देश्य को पूरा करने में पूर्ण सहयोग करने का ऐलान किया ।
वेबिनार में कहा गया कि एकता मंच ने सभी संघों व परिसंघों के शीर्ष स्तर पर जिस सर्वमान्य व सशक्त महासंघ की परिकल्पना की है उसके प्रमुख स्तंभ परिसंघ है । इस परिकल्पना को साकार करने हेतु संवाद व समन्वय की भूमिका निभाने के लिए नरेंद्र रतूड़ी को मुख्य संयोजक तथा प्रदीप पपनै को सह संयोजक का दायित्व दिया गया ।
एकता मंच के संस्थापक अध्यक्ष रमेश चंद्र पाण्डे की अध्यक्षता तथा महासचिव दिगम्बर फुलोरिया के संचालन में हुई वेबिनार में एकता मंच द्वारा जवाबदेही हेतु छेड़ी गई एकता की मुहिम की सराहना करते हुए कहा गया कि मंच के अध्यक्ष रमेश चंद्र पाण्डे द्वारा समर्पित होकर किये जा रहे एकता के प्रयासों से समूचे कार्मिक समुदाय में उनके प्रति विश्वास है लिहाजा उनकेे द्वारा सेवानिवृत्ति के बाद अध्यक्ष पद के दायित्व से मुक्त करने की इच्छा को कुछ और समय के लिए स्थगित रखा जाय।
मंच के अध्यक्ष रमेश चंद्र पाण्डे ने कहा कि अब जवाबदेही के सवाल पर मतदान का वक्त आ चुका है लिहाजा एकता मंच व्यवस्था के प्रति जवाबदेही से जुड़े हर सवाल को संकलित कर सबके सम्मुख पुरजोर ढंग से उठायेगा ।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष अरूण पाण्डे ने कहा कि एकता मंच का उद्देश्य पवित्र है जिसे साकार करने के लिए वेबिनार में हुई रचनात्मक चर्चा को वे अधिकारी कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति के सम्मुख विचारार्थ रखेंगे ।
उत्तराखंड चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष बनवारी सिंह रावत एवं उत्तराखंड राजकीय वाहन चालक महासंघ के अध्यक्ष संदीप मौर्या ने कहा कि मौजूदा चुनौतीपूर्ण समय में सही को सही और ग़लत को ग़लत कहने के साहस का परिचय देते हुए एकता मंच द्वारा जवाबदेही के सवाल को लेकर छेड़ी गई एकता की मुहिम समूचे कार्मिक समुदाय की आवाज है इसे मुकाम तक पहुंचाने में उनका पूर्ण सहयोग रहेगा ।
वेबिनार में सचिवालय संघ के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र रतूड़ी, पूर्व महासचिव राकेश जोशी, प्रदीप पपनै, के०एन०जोशी ,मुक ममगांई हरीश चंद्र गैरौला, गोपाल सिंह गुसाईं , राजेन्द्र प्रसादहर्षवर्धन, जय अधिकारी, मित्रा नन्द भट्ट, मनीष जोशी , सरस्वती टम्टा, आनन्द सिंह आदि उपस्थित थे ।