ईडी की तरफ से विशेष मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अदालत में दायर किया गया आरोप-पत्र, सूत्रों की मुताबिक पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के करीबियों की सम्पत्ती पर भी जांच एजेंसियों की नजर है।
BIG NEWS TODAY : (देहरादून, 18 जुलाई 2025)। पूर्व मुख्यमंत्री हरक सिंह रावत पर ईडी ने शिकंजा और कस दिया है। मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के सिलसिले में उत्तराखंड के पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत, उनकी पत्नी दीप्ति रावत और 3 अन्य लोगों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने आरोप पत्र दायर किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, देहरादून स्थित विशेष मनी लॉन्ड्रिंग निवारण ( पीएमएलए ) अदालत में आरोपपत्र दायर किया गया है। जिसमें बीरेंद्र सिंह कंडारी, लक्ष्मी राणा और पूर्णा देवी मेमोरियल ट्रस्ट का नाम भी शामिल है।

करीबियों ने कहां से जुटाई संपत्ती, इस पर भी नज़र
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, केंद्रीय जांच एजेंसियों की पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के करीबियों पर गहरी नजर है। इन करीबियों की आय से अधिक संपत्ति को लेकर नोटिस भी जारी हो चुके हैं। इन करीबियों सारी संपत्तियों की जांच होने की प्रबल संभावनाएं जताई जा रही हैं, कि कैसे सपंत्ती जोड़ी गई है और आय के क्या स्रोत रहे हैं।
101 बीघा भूमि पहले हो चुकी अटैच
गौरतलब है कि इससे पूर्व, ईडी 2017 में भाजपा की त्रिवेंद्र सरकार में वन मंत्री रहे और अब कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत की सहसपुर क्षेत्र में 70 करोड़ रुपए की करीब 101 बीघा भूमि को जनवरी में अटैच कर दिया था। यह भूमि हरक सिंह रावत की पत्नी दीप्ति रावत और उनकी करीबी लक्ष्मी राणा के नाम पर खरीदी गई थी।
इससे पहले ईडी की हुई थी छापेमारी
जिस पर पर श्रीमती पूर्णा देवी मेमोरियल ट्रस्ट के तहत दून इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस का निर्माण किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हरक सिंह रावत का कहना है कि चुनावों के मौसम में ईडी की सक्रियता बढ़ जाती है। इससे पहले भी लोकसभा चुनाव 2024 के समय भी ईडी ने छापेमारी की। और उसके बाद समय समय पर पूछताछ की।