देहरादून BIG NEWS TODAY (Report: Noor Shekh) मोटापा, डायबिटीज, थाइरॉएड जैसी हार्मोन से जुड़ी बीमारियां देश और उत्तराखंड में पिछले 10 सालों में दो गुना बढ़ गई है। पहले यह बीमारियां लोगों कों अमूमन 35 वर्ष के बाद होती थी। लेकिन अब यह बीमारियां बच्चों में भी तेजी से बढ़ रही है। और आने वाले समय में और ज्यादा बढ़ सकती है यह बात गुरुवार को प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में हार्मोन रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सोनल श्रीवास्तव ने कही। इस दौरान उन्होंने इन बीमारियों के कारण और बचने के तरीके बताएं।
बीमारी का कारण अधिक मोबाइल का इस्तेमाल और कम मेहनत वाले कार्य।
डॉ सोनल ने की इन बीमारियों के बढ़ने के पीछे के मुख्य कारण मोबाइल फ़ोन का ज्यादा इस्तेमाल और कम मेहनत वाले कार्यों कों बताया। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में प्रत्येक व्यक्ति 2 से लेकर 3 घंटे तक मोबाइल इस्तेमाल करता है।जबकि कई लोग और भी ज़्यादा समय तक मोबाइल फ़ोन इस्तेमाल करते है। मोबाइल इस्तेमाल के कारण लोग घंटो तक एक ही जगह बैठे रहते हैं और कोई शारीरिक गतिविधि नहीं करते। जिस कारण कई लोगों की नींद पर भी इसका सीधा असर पड़ता है। इसके अलावा ज्यादातर बच्चे कई घंटे तक मोबाइल में गेम खेलते हैं। जिससे बचपन से ही उनकी शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है। यही कारण है की वर्तमान समय मे बच्चों के शारीरिक विकास और फलने फलने की क्षमता पर मोबाइल फ़ोन सीधा नकारात्मक असर कर रहा है। और बच्चे भी हार्मोन जैसी बीमारियों के शिकार हो रहे है।
स्वस्थ जीवन शैली और जागरूकता है बचाव
डॉ सोनल ने कहा कि हार्मोन से जुड़ी बीमारियों से बचने के लिये सबसे महत्वपूर्ण स्वस्थ जीवन शैली और जागरूकता है। उन्होंने कहा कि बचपन से ही बच्चों में स्वस्थ आदते विकसित करना चाहिए। मोबाइल फोन का इस्तेमाल सीमित होना चाहिए। साथ ही बच्चों या बड़ों को ज्यादा देर तक बैठें नहीं रहना चाहिए। सभी को शारीरिक गतिविधियां करते रहना चाहिए। जल्दी सोने और उठने की आदत डालनी चाहिए। ताजे फल सब्जी का सेवन करना चाहिए। रोज कम से कम 4 किलोमीटर टहलना चाहिए या कसरत करनी चाहिए। ये सब करने से हार्मोन से होने वाली बीमारियों के खतरे कम हो जाते हैं। और जिनको ये बीमारी पहले से है ये सब करने उनकी बीमारी नियंत्रण मे रहती है। साथ ही उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर इन बीमारियों से जुड़े भ्रमित उपायों से बचना चाहिए डॉक्टर की सलाह पर इलाज करना चाहिए।


