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 “चंदे से बने मदरसे वक्फ बोर्ड में दर्ज होने चाहिए”: शादाब शम्स, वक्फ बोर्ड चेयरमैन

Dehradun Delhi Uttarakhand


देहरादून। Big News Today उत्तराखण्ड वक्फ बोर्ड के Wakf Board Chairman Shadab Shams अध्यक्ष शादाब शम्स ने मदरसों की जांच के मामलों को लेकर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि अल्लाह के नाम पर समाज से चंदा लेकर बनाई गई सभी धार्मिक संस्थाओं को वक्फ बोर्ड में दर्ज किया जाना चाहिए।

अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में बने रहने वाले उत्तराखण्ड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने एक बार फिर बपनी वाणी से सनसनी फैला दी है।

उन्होने कहा कि जहां तक मुझे जानकारी है, कि शरीया कानून के अनुसार जो जगह (भूमि) व संपत्ति अल्लाह के नाम पर चंदा जुटा कर खरीदी गई है उसका मालिकाना हक वक्फ बोर्ड का होगा। उन्होने कहा कि अल्लाह के नाम पर चंदा हासिल कर बनाई गई मस्जिदे, मदरसे, खानकाहे, दरगाहे और कब्रिस्तान वक्फ में दर्ज हो, सीएम से मांग की जाएगी कि इस दिशा में कोई कानून बना कर सभी जाएदादों को वक्फ घोषित किया जाए और सरकार उनको अपने अधीन लाएं।

नीजी संस्थानों पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी। शम्स ने कहा कि कुछ लोग अपने नाम पर सवामित्व कर लेते है, जो उचित नही है। उन्होंने कहा कि मदरसों के नाम पर अवैध वसूली करके निजी संपत्तियां जोड़ी जा रही है जो किसी भी कीमत पर बर्दाश्त योग्य नहीं है। राज्य में 415 मान्यता प्राप्त मदरसे संचालित हो रहे हैं जिनका संचालन आज भी जनता से चंदा जुटा कर हो रहा है। जबकि 117 मदरसे वक्फ बोर्ड के है।